गर्भ में शिशु के लिंग का निर्धारण करने में X और Y गुणसूत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दो एक्स क्रोमोसोम महिला, एक एक्स क्रोमोसोम और एक वाई क्रोमोसोम पुरुष का निर्धारण करते हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि लड़के के जन्म का कारण बनने वाला वाई क्रोमोसोम विलुप्त होता जा रहा है।
शोध के प्रमुख निष्कर्ष
वाई-क्रोमोसोम शुक्राणु कोशिकाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो मां के गर्भ में लिंग निर्धारण के लिए महत्वपूर्ण हैं। जापानी शोधकर्ताओं ने कहा कि समय के साथ इन जीनों की संख्या में भारी कमी आएगी। अध्ययन से पता चला कि निकट भविष्य में इन जीनों के गायब होने की संभावना है। जापानी शोधकर्ताओं को नर चूहे पर अध्ययन के दौरान ये बातें पता चलीं। शोध में पाया गया कि नर चूहों में Y गुणसूत्र गायब हो गए हैं।
क्या भविष्य में लड़के पैदा होंगे?
वाई गुणसूत्र पर जीन, जो लिंग निर्धारण के लिए महत्वपूर्ण हैं, मां के गर्भ में कुछ समय के लिए काफी कम हो गए हैं। जापान की होक्काइडो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में इन जीनों के और भी अधिक गायब होने की संभावना है। अनुमान है कि इसके प्रभाव से भविष्य में कोई पुरुष जन्म नहीं लेगा।
Y गुणसूत्र क्या है?
मनुष्य में दो गुणसूत्र X और Y होते हैं। यदि निषेचन के दौरान दो 'X' गुणसूत्र एक साथ आते हैं तो कन्या शिशु का जन्म होता है। यदि एक X और एक Y गुणसूत्र एक साथ निषेचित होते हैं, तो एक नर बच्चे का निर्माण होता है। महिलाओं में XX गुणसूत्र होते हैं। पुरुषों में XY गुणसूत्र होते हैं।
यदि अजन्मा बच्चा लड़का है, तो वाई गुणसूत्र गर्भधारण के 12 सप्ताह के बाद वृषण के गठन को ट्रिगर करता है। अजन्मे भ्रूण के अंडकोष पुरुष हार्मोन (जैसे टेस्टोस्टेरोन) बनाते हैं। परिणामस्वरूप पुत्र का जन्म होता है।
प्रति 10 मिलियन वर्ष में 5 जीन
सभी महत्वपूर्ण Y गुणसूत्रों की संख्या 160 मिलियन वर्ष पहले 900 से अधिक थी, लेकिन आज यह संख्या घटकर 55 रह गई है। शोध से पता चला है कि हर 10 लाख साल में 5 जीन विलुप्त हो रहे हैं। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि शेष 55 जीन भी अगले 11 मिलियन वर्षों में विलुप्त हो जाएंगे। यदि ऐसा होता है, तो नर प्रजाति के विलुप्त होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि भविष्य में एक और नया जीन भी विकसित होने की संभावना है।
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