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Times News Hindi,Digital Desk : भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण शेयर बाजार में अचानक उतार-चढ़ाव देखे जा रहे हैं। खासतौर पर डिफेंस सेक्टर के शेयरों में बड़ी हलचल रही। हालांकि, निवेश विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि मौजूदा माहौल में जल्दबाजी में या घबराहट में खरीदारी न करें, बल्कि सोच-समझकर दीर्घकालिक निवेश रणनीति बनाएं।

समझदारी से प्लानिंग जरूरी

ओम्नीसाइंस कैपिटल के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट और सीईओ डॉ. विकास गुप्ता ने कहा कि वर्तमान स्थिति में 'पैनिक बाइंग' नहीं, बल्कि समझदारी और रणनीति से निवेश करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने निवेशकों को FOMO (फीयर ऑफ मिसिंग आउट) के दबाव में आने से बचने और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों की पहचान करने की सलाह दी है।

डिफेंस सेक्टर में मजबूत संभावनाएं

डॉ. गुप्ता ने बताया कि डिफेंस सेक्टर कंपनियों के पास पहले से ही बड़ी ऑर्डर बुक है, और "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे हालिया घटनाक्रमों से नई ऑर्डर मिलने की संभावना और बढ़ी है। उनका मानना है कि निवेशकों को कंपनियों के प्रोजेक्ट एक्सिक्यूशन की क्षमता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

संभावित ग्रोथ वाले अन्य सेक्टर

उन्होंने कहा कि पारंपरिक हथियारों के अतिरिक्त साइबर सिक्योरिटी, स्ट्रैटेजिक मिनरल्स, मिलिट्री EPC और डिफेंस लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में भी तेजी की संभावना है। ये सेक्टर्स लंबी अवधि के निवेश के लिहाज से बेहतर साबित हो सकते हैं।

हर शेयर में न लगाएं पैसा

विशेषज्ञों ने निवेशकों को चेतावनी दी कि हर डिफेंस कंपनी में blindly निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। निवेशकों को सिर्फ उन्हीं कंपनियों को चुनना चाहिए जिनके फंडामेंटल्स मजबूत हैं, साथ ही जिनका ऑर्डर बुक और डिलीवरी रिकॉर्ड भी बेहतर है।

बुधवार को भारत डायनामिक्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, और बीईएमएल जैसे प्रमुख डिफेंस स्टॉक्स में लगभग स्थिर कारोबार देखने को मिला। ऐसे में निवेशकों को बिना भावनाओं में बहते हुए सतर्कता से फैसले लेने चाहिए।


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