
Pumpkin Seeds Benefits : कद्दू के बीज भले ही दिखने में मामूली लगें, लेकिन इनका पोषण मूल्य चौंकाने वाला है। अधिकतर लोग सब्जी बनाने के बाद इन बीजों को फेंक देते हैं, लेकिन यही सबसे बड़ी भूल होती है। अगर आप जान लें कि ये छोटे-छोटे बीज आपकी सेहत के लिए क्या कर सकते हैं, तो इन्हें कभी नजरअंदाज नहीं करेंगे। कद्दू के बीजों को धूप में सुखाकर या भूनकर आसानी से खाया जा सकता है। मार्केट में भी ये बीज आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन चाहें तो घर के ही बीजों को सुखाकर इस्तेमाल में लाएं।
अब आइए जानते हैं, कद्दू के बीज खाने से शरीर को क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
1. दिल की सेहत को मजबूत करें
कद्दू के बीजों में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स होते हैं। ये दोनों तत्व दिल को मजबूत बनाते हैं और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलन में रखते हैं। साथ ही, ये बीज रक्त परिसंचरण (ब्लड फ्लो) को बेहतर बनाते हैं जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। अगर आप अपने दिल को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में इन बीजों को जरूर शामिल करें।
2. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं
जिंक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है, और कद्दू के बीजों में यह भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये बीज संक्रमण से लड़ने और वायरल या बैक्टीरियल बीमारियों से शरीर की रक्षा करने में सहायक हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी नेचुरल तरीके से बढ़ सकती है।
3. डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक
कद्दू के बीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इनमें मौजूद कंपाउंड्स इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं जिससे टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसके अलावा ये बीज मेटाबोलिज्म को भी संतुलित बनाए रखते हैं, जो डायबिटीज के प्रबंधन में महत्वपूर्ण है।
4. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
एंटीऑक्सिडेंट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर कद्दू के बीज त्वचा को नमी देते हैं और बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं। नियमित सेवन से त्वचा में निखार आता है और बाल झड़ना कम होते हैं। ये बीज समय से पहले सफेद बालों और झुर्रियों को रोकने में भी कारगर माने जाते हैं।
5. मानसिक तनाव और डिप्रेशन से राहत
कद्दू के बीजों में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो मूड बेहतर करने में मदद करता है। यह अमीनो एसिड शरीर में जाकर सेरोटोनिन में बदलता है, जो मूड को स्थिर रखने वाला हार्मोन है। इससे नींद में सुधार होता है और मानसिक तनाव या अवसाद जैसी समस्याओं से निपटने में मदद मिलती है।
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