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High Uric Acid  : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और बिगड़ती जीवनशैली के चलते यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह कोई छोटी मोटी समस्या नहीं, बल्कि गंभीर परिणाम देने वाली स्थिति बन सकती है अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए।

यूरिक एसिड असल में शरीर में बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है, जो तब बनता है जब हम जो खाना खाते हैं, उसमें मौजूद प्यूरीन नामक तत्व का पाचन होता है। अगर यह यूरिक एसिड शरीर से सही ढंग से बाहर न निकले तो यह खून में जमने लगता है और धीरे-धीरे जोड़ों में क्रिस्टल बनाकर दर्द और सूजन का कारण बनता है।

यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण

गलत खानपान – ज्यादा ऑयली, फास्ट फूड और प्रोटीन युक्त भोजन इसका मुख्य कारण है।

अधिक शराब का सेवन – अल्कोहल पाचन तंत्र को धीमा कर देता है और यूरिक एसिड बाहर नहीं निकल पाता।

शरीर में पानी की कमी – हाइड्रेशन की कमी यूरिक एसिड को गाढ़ा बना देती है।

तनाव और थकावट – लगातार तनाव और थकान शरीर की डिटॉक्स प्रक्रिया को कमजोर करते हैं।

अन्य बीमारियां – डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी की समस्याएं भी इसका कारण बन सकती हैं।

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण

जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, तो शरीर कुछ संकेत देने लगता है जैसे:

जोड़ों में तेज दर्द और सूजन

खासकर पैरों के अंगूठे में जलन और अकड़न

पेशाब करते समय जलन या झाग आना

शरीर में अत्यधिक प्यास लगना

हल्का बुखार और थकान

जोड़ों के ऊपर की त्वचा का रंग बदल जाना

अब सवाल उठता है कि इस समस्या से राहत कैसे पाई जाए? इसके लिए सबसे जरूरी है कि हम अपनी डाइट और दिनचर्या में सुधार करें। नीचे हम कुछ ऐसे घरेलू और प्राकृतिक उपाय बता रहे हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में कारगर हो सकते हैं।

1. धनिया के पत्ते – एक प्राकृतिक डिटॉक्स

धनिया सिर्फ खाने में स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह शरीर के लिए एक बेहतरीन डिटॉक्स एजेंट भी है। इसमें विटामिन C और K भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो यूरिक एसिड को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद डाइयूरेटिक गुण शरीर से टॉक्सिन्स को पेशाब के जरिए बाहर निकालने में मदद करते हैं।

धनिया के सेवन के कुछ तरीके:

सुबह खाली पेट धनिया पानी पिएं (उबाले हुए पानी में थोड़ी धनिया पत्तियां डालें और ठंडा होने पर पिएं)

धनिया की चटनी बनाकर भोजन के साथ लें

सब्जी और सलाद में ताजे धनिए का प्रयोग करें

धनिया न केवल यूरिक एसिड कम करता है, बल्कि यह किडनी और लीवर के कार्य को भी बेहतर बनाता है।

2. हल्दी – सूजन का दुश्मन

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है, जो शरीर में सूजन को कम करता है। साथ ही हल्दी डिटॉक्सिफिकेशन में भी सहायता करती है, जिससे यूरिक एसिड आसानी से बाहर निकलता है।

हल्दी का सेवन कैसे करें:

सुबह खाली पेट हल्दी वाला गुनगुना पानी पिएं

रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध लें

भोजन में नियमित रूप से हल्दी पाउडर का प्रयोग करें

हल्दी सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि एक आयुर्वेदिक औषधि है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है।

3. अदरक – अंदर से साफ करने वाला तत्व

अदरक ना सिर्फ ठंड में राहत देता है, बल्कि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में भी कारगर होते हैं। अदरक शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे अपशिष्ट पदार्थ जल्दी बाहर निकलते हैं।

अदरक का उपयोग कैसे करें:

अदरक का पानी उबालकर दिन में दो बार पिएं

अदरक की चाय लें लेकिन कम शक्कर के साथ

अदरक को कद्दूकस करके सब्जियों में डालें

अदरक के नियमित सेवन से न केवल यूरिक एसिड कंट्रोल होता है बल्कि पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।

4. नींबू – विटामिन C का खजाना

नींबू में मौजूद विटामिन C और साइट्रिक एसिड शरीर को डिटॉक्स करने का बेहतरीन तरीका है। यह यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने से रोकता है और उन्हें घुलनशील बनाकर शरीर से बाहर निकालता है।

नींबू का सेवन कैसे करें:

सुबह गुनगुने पानी में एक नींबू निचोड़कर पिएं

दिन में एक बार नींबू और शहद का मिश्रण लें

सलाद और भोजन में नींबू का प्रयोग करें

नींबू पानी ना सिर्फ यूरिक एसिड के लिए बल्कि पूरे शरीर को तरोताजा रखने के लिए कारगर है।

5. पानी – सबसे आसान लेकिन जरूरी उपाय

कई बार हम सबसे आसान उपाय को नजरअंदाज कर देते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का सबसे प्रभावी तरीका है। पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और विषैले तत्वों को पेशाब के जरिए बाहर निकालता है।

पानी पीने के टिप्स:

दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी पिएं

सुबह उठते ही 1 गिलास गुनगुना पानी लें

नींबू पानी और नारियल पानी को डाइट में शामिल करें

पानी आपकी किडनी को एक्टिव रखता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर खुद-ब-खुद संतुलित हो जाता है।


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