
1. फिजिकली एक्टिव रहना: मूवमेंट है मेडिसिन!
फिजिकल एक्टिविटी कोर्टिसोल को कंट्रोल करने के सबसे नेचुरल और एफेक्टिव तरीकों में से एक है। जब आप एक्सरसाइज करते हैं, तो आपका शरीर "हैप्पी हार्मोन" यानी एंडोर्फिन छोड़ता है, जो मूड को बूस्ट करता है और स्ट्रेस कम करता है। वॉकिंग, स्विमिंग, साइकलिंग या योगा – जो भी आपके लिए सुविधाजनक हो, उसे अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बनाएं।
हर दिन सिर्फ 30 मिनट की एक्टिविटी आपके कोर्टिसोल लेवल को रेगुलेट कर सकती है। और अगर आप आउटडोर एक्टिविटी चुनते हैं, तो विटामिन D का बूस्ट भी मिलेगा। स्ट्रेस को बाहर निकालने का यह सबसे अच्छा तरीका है—सिर्फ शरीर ही नहीं, दिमाग भी फ्रेश फील करता है।
2. नींद को सीरियसली लें: 'स्लीप' हीलिंग का तरीका है
आपकी नींद, आपके हार्मोन पर सीधा असर डालती है। रात में 7 से 9 घंटे की डीप नींद कोर्टिसोल को बैलेंस करने के लिए ज़रूरी है। अगर आप देर तक मोबाइल चलाते हैं, कैफीन पीते हैं या बिना रूटीन के सोते हैं, तो आपकी नींद प्रभावित होती है और इसके साथ कोर्टिसोल भी अनबैलेंस हो सकता है।
बेस्ट तरीका? हर रात एक ही समय पर सोना और एक सुकूनभरा माहौल बनाना। स्क्रीन टाइम को कम करें, कमरे को डार्क और ठंडा रखें, और रात में हल्की किताब पढ़ने की आदत डालें। सोने से पहले ध्यान या ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी आपकी नींद को डीप और रेस्टफुल बनाएंगे।
3. हेल्दी डाइट लें: खाना जो स्ट्रेस भगाए
आप जो खाते हैं, वह आपके मूड और हार्मोन दोनों पर असर डालता है। कोर्टिसोल को कंट्रोल करने के लिए बैलेंस डाइट बेहद जरूरी है। अपनी थाली में शामिल करें: साबुत अनाज, हरी सब्जियां, ताजे फल, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स जैसे ओमेगा-3।
डार्क चॉकलेट, ब्लूबेरी, फैटी फिश जैसे फूड्स कोर्टिसोल लेवल कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही गट हेल्थ का भी ख्याल रखें—दही, फाइबर युक्त फूड्स और फर्मेंटेड आइटम्स आपके माइक्रोबायोम को हेल्दी रखते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
कैफीन और शुगर की मात्रा लिमिट में रखें, खासकर दोपहर के बाद। ज्यादा कैफीन कोर्टिसोल को बढ़ा सकता है और नींद को भी डिस्टर्ब कर सकता है।
4. डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन: शांत मन, स्वस्थ शरीर
गहरी सांसें लेना और मेडिटेशन करना शरीर को रिलैक्स मोड में लाने का सबसे पावरफुल तरीका है। जब आप धीरे-धीरे गहरी सांस लेते हैं, तो नर्वस सिस्टम शांत होता है और कोर्टिसोल का प्रोडक्शन घटता है।
प्रति दिन सिर्फ 10-15 मिनट ध्यान लगाने या योगासन करने से ही आपके दिमाग में शांति आती है। बॉडी स्कैन, माइंडफुल ब्रीदिंग, और गाइडेड मेडिटेशन आजकल आसानी से मोबाइल ऐप्स में उपलब्ध हैं।
थोड़ा वक्त निकालें खुद के लिए—जहां आप सिर्फ अपने सांसों और भावनाओं को महसूस करें। यह न केवल स्ट्रेस कम करता है बल्कि आपकी इम्यूनिटी और फोकस को भी बढ़ाता है।
5. हंसें और मजे करें: हंसी ही है बेस्ट मेडिसिन!
खुश रहना और हंसना एंडोर्फिन रिलीज करता है, जिससे कोर्टिसोल नेचुरली कम होता है। कॉमेडी मूवी देखें, दोस्तों के साथ हंसी मजाक करें या अपने पालतू जानवर के साथ खेलें—यह सब चीजें स्ट्रेस से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं।
बागवानी, म्यूजिक सुनना, डांस करना या अपना कोई पुराना शौक दोबारा शुरू करना भी माइंड को रिलैक्स करता है। ऐसे एक्टिविटीज़ जो आपको दिल से खुशी दें, उन्हें अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें।
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