
जब बच्चे लिखना सीखते हैं, तो शुरुआत में उनकी हैंडराइटिंग अक्सर साफ नहीं होती। वे अक्षर बनाने में दिक्कत महसूस करते हैं। अधिकतर माता-पिता उन्हें दबाव देकर सुधारने की कोशिश करते हैं, जबकि हैंडराइटिंग सुधारने के लिए धैर्य और नियमित अभ्यास की जरूरत होती है।
एक्सपर्ट ममता अंकित के अनुसार, बच्चों की लिखावट सुधारने के लिए पहले यह समझना जरूरी है कि वे लिखते समय क्या अनुभव करते हैं।
बच्चों के अनुभव को समझें
ममता ने एक सरल अभ्यास सुझाया—एक बार उल्टे हाथ से 1 से 100 तक गिनती लिखकर देखें। इससे आप खुद महसूस करेंगे कि नई शुरुआत में हाथों को कितना कष्ट होता है।
हैंडराइटिंग के लिए तीन मुख्य तत्व होते हैं:
उंगलियों की पकड़ और मूवमेंट
दिमाग के कमांड
दोनों के बीच तालमेल
जब यह तालमेल मजबूत होता है, तब बच्चा आसानी और गति से लिख पाता है।
फाइन मोटर स्किल्स को मजबूत करना है जरूरी
केवल लिखने का अभ्यास न कराएं, बल्कि उंगलियों की पकड़ और दिमाग के समन्वय को मजबूत करने के लिए ये आसान और मजेदार गतिविधियाँ कराएं:
बच्चों की हैंडराइटिंग सुधारने के लिए असरदार गतिविधियाँ
मिट्टी या क्ले से खेलना: बच्चों को गीली मिट्टी या क्ले दें, जिससे वे अलग-अलग आकृतियाँ बना सकें। इससे हाथों की पकड़ मजबूत होती है।
दाल और चावल छांटना: एक कटोरी में मिक्स दाल-चावल दें और उन्हें अलग करने को कहें। यह अभ्यास दिमाग को सक्रिय करता है और उंगलियों की मांसपेशियां मजबूत करता है।
क्रेयॉन से रंग भरवाना: जब बच्चे रंग भरते हैं, तो उनकी उंगलियों की पकड़ बेहतर होती है और रचनात्मकता भी बढ़ती है।
म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाना: जैसे हारमोनियम या तबला। इससे दिमाग से उंगलियों को कमांड मिलती है और कोऑर्डिनेशन सुधरता है।
स्माइली बॉल दबवाना: स्पंज या स्माइली बॉल बच्चों को दें और उन्हें दबाने को कहें। इससे हाथों की ताकत बढ़ती है और ग्रिप बेहतर होती है।
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