
अनार के छिलके की चाय: अनार एक रसीला फल है। अनार में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर में खून बढ़ाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। अगर आप अनार खाएंगे तो शरीर की कमजोरी दूर हो जाएगी। अनार का जूस कई बीमारियों को ठीक करने में कारगर है। अनार से फाइबर, जिंक, पोटैशियम और ओमेगा-6 फैटी एसिड मिलता है।
अनार में आयरन भी अच्छी मात्रा में होता है। अनार के साथ-साथ इसके छिलके भी फायदेमंद होते हैं। अनार के छिलकों को कचरा माना जाता है, लेकिन अनार के छिलकों की चाय पीने से मोटापा कम होता है और शरीर से उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है।
अनार के छिलके की चाय कैसे बनाएं?
आइए यहां जानते हैं कि अनार के छिलके की चाय कैसे बनाई जाती है। अनार के छिलके लें और उन्हें साफ पानी से धो लें। - अब छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. अनार के छिलकों को धूप में सुखा लें. जब छिलके सूख जाएं तो इन्हें पीस लें. इसे बॉक्स में भरें. - अब चाय बनाने के लिए अनार के छिलकों को पानी में डालकर उबाल लें. अब इसमें शहद और नींबू का रस मिलाएं. इसे छानकर चाय की तरह गरम-गरम पियें।
अनार के छिलके के फायदे
दिल को स्वस्थ रखता है. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर अनार का छिलका दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। अनार के छिलके का उपयोग करने से कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है.
अनार के छिलके में विटामिन और अन्य जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इस चाय को पीने से आप मौसमी बीमारियों से बच सकते हैं। अनार में पॉलीफेनॉल्स होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
वजन घटाने के लिए अनार के छिलके की चाय फायदेमंद होती है। मोटापे से परेशान लोगों को दिन में एक बार अनार के छिलके की चाय पीनी चाहिए। इस चाय को पीने से शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी कम हो जाती है।
अल्जाइमर के खतरे को कम करता है। अनार के छिलके में ऐसे तत्व होते हैं जो बुढ़ापे में होने वाले अल्जाइमर के खतरे को कम करते हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि अनार के छिलकों में न्यूरोडीजेनेरेटिव कारक होते हैं जो अल्जाइमर जैसी समस्याओं के खतरे को कम करते हैं।
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