
कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जो किसी भी व्यक्ति के जीवन को हिला कर रख सकती है। लेकिन सही जीवनशैली और कुछ औषधीय जड़ी-बूटियों के नियमित सेवन से इस बीमारी के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आयुर्वेद में गिलोय को "अमृत बेल" के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यह कई बीमारियों से लड़ने की अद्भुत क्षमता रखती है। शोध में पाया गया है कि गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर प्रॉपर्टीज मौजूद होती हैं, जो कैंसर सेल्स के बढ़ने से रोकने में मदद कर सकती हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकती हैं।
गिलोय पर वैश्विक शोध में जबरदस्त वृद्धि
पिछले एक दशक में गिलोय पर शोध कार्यों में 376.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। आयुष मंत्रालय के अनुसार, इस जड़ी-बूटी की वैज्ञानिक स्वीकृति और औषधीय गुणों के कारण इसके उपयोग में तेजी आई है।
PubMed डेटा से क्या पता चलता है?
PubMed, जो कि बायोमेडिकल और लाइफ साइंस रिसर्च का एक प्रतिष्ठित डेटाबेस है, उसके अनुसार:
2014 में गिलोय पर मात्र 243 शोध पत्र उपलब्ध थे। 2024 तक यह संख्या बढ़कर 913 हो गई। इससे साफ होता है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक और शोधकर्ता गिलोय के औषधीय गुणों पर लगातार शोध कर रहे हैं।
आयुष मंत्रालय का क्या कहना है?
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा के अनुसार,
"आयुष प्रणाली की वैज्ञानिक प्रमाणिकता को बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है। हम शोध सहयोग को मजबूत करने, वैज्ञानिक अध्ययन को बढ़ावा देने और मुख्यधारा की चिकित्सा प्रणाली में आयुर्वेद को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।"
गिलोय और कैंसर: कैसे करता है मदद?
गिलोय में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड्स कैंसर सेल्स के विकास को रोकने में सहायक होते हैं। यह शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को खत्म कर, स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है।
गिलोय कैसे कैंसर से बचाव करता है?
कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकता है। शरीर को डिटॉक्स करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स को कम करने में सहायक होता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है गिलोय
गिलोय को प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर माना जाता है। यह शरीर में वाइट ब्लड सेल्स (WBCs) की संख्या बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
गिलोय के सेवन से होने वाले अन्य फायदे:
बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। सर्दी-जुकाम, फ्लू और अन्य संक्रमणों से बचाव करता है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों में रामबाण की तरह काम करता है।
पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद
गिलोय लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, जिससे शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
गिलोय पाचन संबंधी समस्याओं में कैसे फायदेमंद है?
कब्ज, एसिडिटी और गैस की समस्या को दूर करता है। पाचन को सुधारकर भूख बढ़ाने में मदद करता है। लिवर हेल्थ को सुधारकर मेटाबॉलिज्म को मजबूत करता है।
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