
दिल का दौरा, जिसे पहले केवल वयस्कों की समस्या माना जाता था, अब छोटे बच्चों को भी प्रभावित कर रहा है। विशेषज्ञ इस मुद्दे पर गहन अनुसंधान कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका सटीक कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
दिल के दौरे के लक्षण
दिल का दौरा पड़ने पर सीने में दर्द सबसे आम लक्षण होता है। इसके अलावा, अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए:
- सांस लेने में तकलीफ: अस्थमा से पीड़ित लोगों को सामान्यतः सांस की समस्या होती है, लेकिन दिल का दौरा पड़ने पर अचानक सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
- अचानक उल्टी और चक्कर: पित्त की समस्या में उल्टी सामान्य होती है, लेकिन हार्ट अटैक के दौरान अचानक उल्टी और चक्कर आना गंभीर संकेत हो सकते हैं।
- अत्यधिक पसीना आना: गर्मी में पसीना आना सामान्य है, लेकिन अगर बिना किसी कारण शरीर से ज्यादा पसीना निकलने लगे, तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
दिल के दौरे पर प्राथमिक उपचार
अगर किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ जाए, तो तुरंत प्राथमिक उपचार देना बहुत जरूरी है:
- व्यक्ति को पीठ के बल लिटाएं, उसकी छाती ज़मीन से लगी होनी चाहिए।
- छाती की धड़कन और आवाज़ जांचें।
- नाक के पास उंगली रखकर सांस की जांच करें।
- अगर सांस न आ रही हो, तो छाती को दबाएं और मुंह में फूंक मारें।
- सुनिश्चित करें कि व्यक्ति सांस ले रहा है।
- जितनी जल्दी हो सके, उसे निकटतम अस्पताल ले जाएं।
दिल से जुड़ी किसी भी समस्या को हल्के में न लें और समय पर चिकित्सा सहायता लें।
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