
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सोते समय पैरों के बीच तकिया रखने से रीढ़ की हड्डी को सही स्थिति में बनाए रखने में मदद मिलती है। चाहे आप बाईं करवट लें या दाईं, यह अभ्यास आपकी रीढ़ के लिए फायदेमंद होता है।
कूल्हों और पीठ के निचले हिस्से को आराम देता है
सीधी पीठ के साथ सोने से कूल्हों और रीढ़ के निचले हिस्से में तनाव बढ़ सकता है। लेकिन जब आप पैरों के बीच तकिया रखकर सोते हैं, तो यह रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम करता है और कूल्हों को सपोर्ट देता है, जिससे दर्द की संभावना घट जाती है।
लंबे समय तक बैठने वालों के लिए उपयोगी
जो लोग लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, उनमें रीढ़ की हड्डी में खिंचाव और दर्द की संभावना अधिक होती है। ऐसे में पैरों के बीच तकिया रखकर सोने से रीढ़ पर दबाव कम होता है और शरीर को आराम मिलता है।
कमर दर्द में राहत
यह अभ्यास कमर दर्द जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। तकिया रखने से शरीर का संतुलन बना रहता है और सोते समय गलत मुद्रा से बचाव होता है।
पीठ और जोड़ों के दर्द में सहायक
विशेषज्ञों के अनुसार, जो लोग पीठ दर्द या जोड़ों के दर्द से पीड़ित होते हैं, उनके लिए यह तरीका बहुत उपयोगी है। तकिए से शरीर को सही सहारा मिलता है और दर्द की तीव्रता में कमी आती है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार
अच्छी नींद हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। यह न केवल थकान को दूर करती है, बल्कि अवसाद, मधुमेह, मोटापा, उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी समस्याओं से भी बचाव करती है।
नींद की कमी से होने वाली समस्याएं
पर्याप्त नींद न लेने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:
- सूजी हुई आंखें और काले घेरे
- चिड़चिड़ापन और तनाव
- याददाश्त में कमी
- निर्णय लेने और जानकारी के विश्लेषण में कठिनाई
- भूख में कमी
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