img

Bitter Gourd And Bottle Gourd Together: लौकी और करेला – ये दोनों सब्जियां भले ही स्वाद में कड़वी या फीकी लगें, लेकिन स्वास्थ्य के नजरिए से इनका बहुत महत्व है। डॉक्टर भी अक्सर इनका सेवन करने की सलाह देते हैं क्योंकि ये दोनों ही फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं। लेकिन सवाल उठता है – क्या इन्हें एक साथ खाना सही है? आइए, इस सवाल का विस्तार से जवाब जानते हैं।

क्या आप भी बनाते हैं मिक्स वेज?

अक्सर घरों में जब सब्जियां सीमित होती हैं, तो लोग मिक्स वेज बना लेते हैं। इसमें लौकी, करेला, परवल, भिंडी जैसी कई सब्जियां डाल दी जाती हैं। ये तरीका झटपट खाना बनाने के लिए तो ठीक है, लेकिन कुछ सब्जियों को साथ पकाने से सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, लौकी और करेला को एक साथ खाने से शरीर को नुकसान हो सकता है। आइए, जानते हैं ऐसा क्यों होता है।

1. पाचन संबंधी समस्याएं

लौकी और करेला दोनों ही फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आमतौर पर पाचन के लिए अच्छे माने जाते हैं। लेकिन जब इन्हें एक साथ खाया जाता है, तो यह फाइबर की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है। ज्यादा फाइबर पचाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। इससे गैस, ब्लोटिंग, पेट फूलना और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

करेला अपनी कड़वाहट के लिए जाना जाता है, और ये कड़वाहट कुछ लोगों के पाचन तंत्र को परेशान कर सकती है। खासतौर पर जिन लोगों को पहले से एसिडिटी या गैस की समस्या हो, उनके लिए करेला और लौकी का मिश्रण मुश्किल पैदा कर सकता है।

ऐसे में बेहतर यही है कि इन दोनों सब्जियों का सेवन अलग-अलग किया जाए, ताकि फाइबर का लाभ तो मिले, लेकिन परेशानी न हो।

2. ब्लड शुगर लेवल में गिरावट का खतरा

लौकी और करेला दोनों ही नेचुरल तरीके से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक माने जाते हैं। यह गुण डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन तब जब इनका सेवन नियंत्रित मात्रा में किया जाए।

यदि आप पहले से डायबिटीज की दवाइयां ले रहे हैं और साथ में लौकी और करेला एक साथ खा लेते हैं, तो इससे शरीर में शुगर का स्तर बहुत ज्यादा गिर सकता है, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, पसीना आना, थकान, और बेहोशी तक की स्थिति आ सकती है।

इसलिए अगर आप डायबिटिक हैं, तो इन दोनों सब्जियों को साथ में खाने से बचें। इनका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें, ताकि आपकी दवा और खानपान में तालमेल बना रहे।

3. ब्लड प्रेशर में अत्यधिक गिरावट

लौकी और करेला दोनों ही शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं और नेचुरली ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। हाई बीपी वालों के लिए ये लाभकारी हो सकते हैं, लेकिन लो बीपी के मरीजों को इनके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।

अगर आप ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हैं और साथ में लौकी-करेला जैसे नेचुरल ब्लड प्रेशर लोअरिंग फूड्स खा रहे हैं, तो इससे ब्लड प्रेशर अचानक बहुत नीचे चला जा सकता है। नतीजा – थकान, सिर घूमना, यहां तक कि बेहोशी जैसी स्थितियां भी बन सकती हैं।

इसलिए अगर आप लो ब्लड प्रेशर से जूझ रहे हैं या दवाइयां ले रहे हैं, तो इन दोनों सब्जियों को साथ में अपनी डाइट में शामिल न करें।

4. टॉक्सिक प्रभाव और गंभीर स्वास्थ्य जोखिम

लौकी और करेला, खासकर तब जब कड़वे होते हैं, शरीर में टॉक्सिसिटी पैदा कर सकते हैं। अगर आपने कभी बहुत कड़वी लौकी खाई है, तो आपने देखा होगा कि इससे उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

जब ये दोनों सब्जियां बहुत अधिक कड़वाहट लिए होती हैं और इन्हें एक साथ पकाया और खाया जाए, तो शरीर पर इसका विषैला प्रभाव पड़ सकता है। इससे लिवर डैमेज, अल्सर, अत्यधिक उल्टी और यहां तक कि अस्पताल में भर्ती होने जैसी स्थिति बन सकती है।

इसलिए अगर आपको कभी भी लौकी या करेला अत्यधिक कड़वा लगे, तो इसे खाने से बचें। और दोनों को मिलाकर खाना तो बिल्कुल भी न करें।

5. लौकी और करेला का सही सेवन कैसे करें?

लौकी और करेले का सेवन अलग-अलग दिन करें ताकि शरीर को इनसे मिलने वाले पोषक तत्वों का पूरा फायदा मिल सके।

खासकर डायबिटीज और हाई बीपी के मरीज इन दोनों को साथ में बिल्कुल न खाएं।

गर्भवती महिलाएं करेला या लौकी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

कभी भी खाली पेट लौकी या करेला का सेवन न करें। इससे एसिडिटी, चक्कर आना, पेट दर्द और कमजोरी हो सकती है।

हमेशा ताजे और हल्के स्वाद वाली लौकी और करेले का इस्तेमाल करें।