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हिंदू धर्म में तुलसी का विशेष स्थान है। इसे देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, और इसलिए दिन की शुरुआत तुलसी के पौधे की पूजा से होती है। इसके साथ ही आयुर्वेद में तुलसी को संजीवनी बूटी के रूप में देखा जाता है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर के लिए कई फायदे लेकर आते हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, रोज सुबह खाली पेट 3-4 तुलसी के पत्ते चबाने से पेट की कई समस्याओं से राहत मिलती है और कई बीमारियों से बचाव भी होता है। आइए जानते हैं तुलसी के अद्भुत फायदे...
तुलसी के फायदे
पेट की बीमारियों के लिए फायदेमंद
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, यदि आप पेट की समस्याओं से परेशान हैं तो सुबह खाली पेट तुलसी के 3-4 पत्ते चबाना एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। यह पाचन को सुधारने, लिवर को साफ करने और गैस्ट्रिक समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। तुलसी का सेवन पेट की अन्य बीमारियों जैसे अपच, पेट में सूजन और गैस की समस्या में भी राहत दिलाता है।
उल्टी और जी मिचलाना
अगर आपको उल्टी आने की समस्या है या जी मिचलाता है, तो तुलसी का सेवन बेहद फायदेमंद हो सकता है। आचार्य बालकृष्ण ने सुझाव दिया कि 3-4 तुलसी के पत्ते तोड़कर उनका रस निकाल लें और उसमें थोड़ा अदरक का रस और शहद मिलाकर चाटें। इससे उल्टी की समस्या कम होगी और जी मिचलाने की शिकायत भी दूर होगी। तुलसी का यह उपाय उन लोगों के लिए भी प्रभावी है जिनका पेट बहुत जल्दी मिचलाने लगता है।
निमोनिया के लिए प्रभावी
निमोनिया और सर्दी-जुकाम के लिए तुलसी का सेवन रामबाण उपाय साबित हो सकता है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो कफ और निमोनिया जैसी समस्याओं में राहत देते हैं। 50 ग्राम तुलसी की पत्तियां, 25 ग्राम अदरक, 15 ग्राम काली मिर्च और 10 ग्राम इलायची को 500 ग्राम पानी में उबालकर गाढ़ा करें। इसे सुबह-शाम 2 चम्मच सेवन करने से निमोनिया और कफ की समस्या में आराम मिलता है।
श्वास रोग में राहत
जो लोग श्वास रोग या अस्थमा से पीड़ित हैं, उनके लिए तुलसी बहुत लाभकारी हो सकती है। इसके लिए गुलबनफ्शा, मुलेठी और तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर नियमित रूप से सेवन करें। यह श्वास संबंधी समस्याओं में आराम पहुंचाता है और सांस लेने में आसानी देता है। इसके अलावा, तुलसी बच्चों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने, इम्यूनिटी को बढ़ाने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए भी फायदेमंद है।
पेट की बीमारियों के लिए अमृत
तुलसी पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करती है, जिससे भोजन बेहतर तरीके से पचता है। यह गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। इसके अलावा, तुलसी के पत्तों से शरीर में जमा हुए विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
पेट के अल्सर और एसिडिटी में राहत
तुलसी में नेचुरल एंटी-अल्सर गुण होते हैं, जो गैस्ट्रिक अल्सर और एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं। यह तली-भुनी और भारी भोजन से होने वाले गैस्ट्रिक इरिटेशन को दूर करता है। नियमित रूप से तुलसी का सेवन करने से पेट में जलन, एसिडिटी और अल्सर जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।