
फिल्म ‘छावा’ 14 फरवरी को थिएटर में रिलीज हो चुकी है, और इसे लेकर दर्शकों और आलोचकों की तरफ से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। इस फिल्म में जहां विक्की कौशल और अक्षय कुमार के किरदारों को खूब सराहा जा रहा है, वहीं विनीत कुमार सिंह ने भी अपनी एक्टिंग से सबको चौंका दिया है। विनीत ने फिल्म में कवि कलश का किरदार निभाया है, और उनके अभिनय ने यह साबित कर दिया है कि उनका करियर अब एक नई दिशा में बढ़ने वाला है।
विनीत कुमार सिंह का दमदार अभिनय: कवि कलश के रूप में एक नई पहचान
फिल्म ‘छावा’ में विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार निभाया है, वहीं विनीत कुमार सिंह ने उनके सबसे विश्वसनीय साथी कवि कलश का रोल अदा किया है। कवि कलश, जो मराठा साम्राज्य की रक्षा और सम्मान को बनाए रखने के लिए संभाजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ता है, फिल्म में एक बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विक्की और अक्षय खन्ना के किरदारों के साथ ही विनीत का किरदार भी बेहद अहम है और पूरी फिल्म में वो संभाजी का साथ नहीं छोड़ते।
फिल्म के क्लाइमेक्स में छत्तीसगढ़ी जोड़ी की टक्कर
विनीत कुमार का अभिनय इतना प्रभावशाली है कि फिल्म के क्लाइमेक्स में उनकी और विक्की कौशल की जोड़ी ने मुगल सेना को बराबरी की टक्कर दी है। इनकी स्क्रीन प्रेजेंस और एक्शन दोनों दर्शकों को अपनी सीटों से बांध कर रखने के लिए मजबूर करते हैं। वहीं, विनीत के किरदार का प्रभावपूर्ण तरीके से सामने आना फिल्म के हर एक दृश्य में दिखता है, और उनकी आवाज की गर्जना और कविता का तरीका दोनों ही सशक्त हैं।
विनीत कुमार सिंह: एक अभिनेता जो हर किरदार में जान फूंक देता है
विनीत कुमार सिंह के लिए यह फिल्म उनके करियर के एक महत्वपूर्ण मोड़ की तरह साबित हो सकती है। ‘मुक्काबाज’ में अपनी बेहतरीन एक्टिंग से उन्होंने दर्शकों को प्रभावित किया था, और अब ‘छावा’ में उनका अभिनय इस से भी ज्यादा प्रभावी और मजबूत साबित हो रहा है। फिल्म में उनका अभिनय न केवल उनकी गहरी आवाज और शक्ति से भरी पंक्तियों के कारण लुभाता है, बल्कि उनकी भावनात्मकता और ताकत भी दर्शकों के दिलों को छूने में सफल हो जाती है।
विनीत कुमार सिंह का करियर: एक लंबा और विविधतापूर्ण सफर
विनीत कुमार सिंह का करियर काफी विविधतापूर्ण रहा है। वह पहले भी ‘मुक्काबाज’, ‘रंगबाज’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘अगली’, और ‘बॉम्बे टॉकीज’ जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण किरदार निभा चुके हैं। इन फिल्मों में उनके प्रदर्शन को खूब सराहा गया था, लेकिन ‘छावा’ में उनका रोल इस बात का सबूत है कि वह अब एक बड़े और मजबूत अभिनेता के रूप में सामने आ रहे हैं।
विनीत को फिल्म इंडस्ट्री में 18 साल हो चुके हैं, और उनकी पहचान ‘मुक्काबाज’ से ही बनी थी। हालांकि, ‘छावा’ में उनका नया रूप और प्रभावशाली प्रदर्शन उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है।
Read More: राणा दग्गुबाती ने रेसलमेनिया 41 में रचा इतिहास: WWE के मंच पर भारतीय प्रतिनिधित्व का गौरव