तमिल सिनेमा के दिग्गज अभिनेता शिवाजी गणेशन न सिर्फ अपनी दमदार एक्टिंग के लिए मशहूर थे, बल्कि उनका चार्म और व्यक्तित्व भी बेहद प्रभावशाली था। वे किसी भी किरदार को इस तरह निभाते थे कि दर्शक उसमें पूरी तरह खो जाते थे। यही वजह थी कि ना सिर्फ फैंस बल्कि कई अभिनेत्रियां भी उनके प्रति गहरा आकर्षण रखती थीं।
उनकी ऑन-स्क्रीन जोड़ी कई अभिनेत्रियों के साथ बनी, लेकिन एक ऐसी अभिनेत्री थीं जो शिवाजी गणेशन से हद से ज्यादा प्यार करती थीं। वह थीं पद्मिनी।
शिवाजी गणेशन और पद्मिनी की शानदार जोड़ी
शिवाजी गणेशन ने अपने करियर में कई अभिनेत्रियों के साथ काम किया, लेकिन उनकी सबसे मशहूर जोड़ी पद्मिनी के साथ बनी। पद्मिनी एक बेहतरीन अभिनेत्री और क्लासिकल डांसर थीं, जिन्होंने 50 से अधिक फिल्मों में काम किया था। उनके और शिवाजी गणेशन के बीच की केमिस्ट्री दर्शकों को इतनी पसंद आई कि वे दोनों जब भी साथ नजर आते, फिल्में हिट हो जाती थीं।
इनकी सबसे चर्चित फिल्म "दिलाना मोहनांबल" थी, जिसने इस जोड़ी को सुपरहिट बना दिया। शिवाजी और पद्मिनी की जोड़ी को दर्शकों से जबरदस्त प्यार मिला और वे तमिल सिनेमा की सबसे आइकॉनिक जोड़ियों में से एक बन गए।
क्या पद्मिनी वास्तव में शिवाजी गणेशन से प्यार करती थीं?
आजकल अगर कोई अभिनेता और अभिनेत्री लगातार दो-तीन फिल्मों में साथ काम कर लें, तो लोग कयास लगाने लगते हैं कि उनके बीच कुछ चल रहा है। लेकिन पद्मिनी और शिवाजी गणेशन ने 50 से भी ज्यादा फिल्मों में साथ काम किया, फिर भी उनके बीच कभी कोई अफेयर की चर्चा नहीं हुई।
हालांकि, पद्मिनी के दिल में शिवाजी गणेशन के लिए खास जगह थी। कहा जाता है कि एक समय वह शिवाजी से प्यार करने लगी थीं, लेकिन यह प्रेम एकतरफा था।
शिवाजी गणेशन पहले से शादीशुदा थे, और अपने व्यक्तिगत जीवन में बेहद ईमानदार इंसान थे। उन्होंने कभी किसी और रिश्ते के बारे में नहीं सोचा। इसलिए, पद्मिनी का प्यार अधूरा ही रह गया।
जब पद्मिनी ने शिवाजी को अपना पति मान लिया!
फिल्मी दुनिया में कई बार ऐसे सीन होते हैं जो असल जिंदगी में भी गहरा असर छोड़ देते हैं। पद्मिनी और शिवाजी गणेशन के साथ भी ऐसा ही हुआ।
एक फिल्म में, जब शिवाजी और पद्मिनी के किरदार की शादी का सीन फिल्माया गया, तो शिवाजी ने उनके गले में मंगलसूत्र (थाली) बांधा। यह सीन तो खत्म हो गया, लेकिन पद्मिनी ने अपना मंगलसूत्र नहीं उतारा!
उन्होंने इसे असली शादी समझ लिया और काफी समय तक गले में पहने रखा।
जब यह बात उनकी बहन को पता चली, तो उन्होंने अपनी मां को बताया। उनकी मां इस बात से हैरान रह गईं और उन्हें समझाया कि फिल्मी दुनिया असली जिंदगी से अलग होती है। इसके बाद पद्मिनी ने अपने गले से मंगलसूत्र हटा दिया।
पद्मिनी की असली शादी और अमेरिका में नया सफर
हालांकि, पद्मिनी का शिवाजी गणेशन के प्रति प्यार अधूरा रह गया, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला किया।
1961 में उन्होंने शादी कर ली और अपने पति के साथ अमेरिका में बस गईं।
शादी के बाद, पद्मिनी ने अभिनय छोड़ दिया और एक नृत्य विद्यालय (डांस स्कूल) खोला।
उन्होंने अमेरिका में क्लासिकल डांस को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम भी किए।