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राजकुमार राव आज भारतीय सिनेमा का एक जाना-पहचाना नाम हैं, लेकिन उनकी यात्रा आसान नहीं रही। फिल्म इंडस्ट्री से बाहर के होने के बावजूद, उन्होंने अपनी प्रतिभा, मेहनत और लगन के बल पर वो मुकाम हासिल किया है, जिसकी कल्पना बहुत से लोग करते हैं। इसी तरह एक और नाम है – विनीत कुमार सिंह। दोनों कलाकारों में एक खास बात समान है – उन्होंने बिना किसी गॉडफादर के, केवल अपने हुनर के बल पर इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई है।

हाल ही में एक पुरस्कार समारोह के दौरान, जब राजकुमार राव को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला, तो उन्होंने मंच से कुछ ऐसे शब्द कहे, जिन्होंने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने अपने सह-कलाकार विनीत कुमार सिंह की जमकर तारीफ की। यह सिर्फ एक औपचारिक प्रशंसा नहीं थी, बल्कि दिल से निकली हुई भावनाएं थीं, जो किसी साथी कलाकार के संघर्ष, समर्पण और प्रतिभा के लिए थीं।

बहुत से लोग यह नहीं जानते कि राजकुमार और विनीत दोनों ने अनुराग कश्यप की चर्चित फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में साथ काम किया था। यही से दोनों की कला और संघर्षों की पहचान शुरू हुई थी। इस समारोह में राजकुमार ने खासतौर पर फिल्मों छावा, सुपरबॉयज़ ऑफ़ मालेगांव, और मुक्काबाज़ में विनीत के शानदार अभिनय की सराहना की। लेकिन मुक्काबाज़ का जिक्र करते हुए उनका लहजा और भी भावुक हो गया।

राजकुमार राव ने खुले शब्दों में कहा कि 2017 में आई फिल्म मुक्काबाज़ में विनीत कुमार सिंह का अभिनय इतना प्रभावशाली था कि उन्हें उस रोल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इस फिल्म ने भारत में बॉक्सिंग फिल्मों के लिए एक नया मापदंड स्थापित किया है। "मैंने अपने देश में उस स्तर की बॉक्सिंग फिल्म पहले कभी नहीं देखी थी। एक ऐसा अभिनेता, जो स्क्रीन पर न सिर्फ एक बॉक्सर की तरह दिखता है बल्कि वैसा ही महसूस भी कराता है – वह सिर्फ विनीत ही हो सकते हैं," राजकुमार ने कहा।

यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि राजकुमार की यह सराहना एक कलाकार के प्रति गहरी इज्जत और अपनापन दिखाती है। उन्होंने विनीत के समर्पण और मेहनत को सलाम करते हुए यह भी कहा कि उनकी परफॉर्मेंस ने न केवल फिल्म को ऊंचाई दी, बल्कि भारतीय सिनेमा में स्पोर्ट्स फिल्मों की एक नई पहचान बनाई।

राजकुमार ने यह भी जोड़ा कि मुक्काबाज़ में विनीत का काम एक सच्चे कलाकार की मिसाल है – वो अभिनय जो केवल किसी किरदार को निभाने से ज्यादा होता है। वो प्रदर्शन जो न सिर्फ स्क्रीन पर बल्कि दर्शकों के दिलों में भी असर छोड़ता है।

इस तरह के पल दर्शाते हैं कि जब एक कलाकार दूसरे की कला को खुले दिल से सम्मान देता है, तो वो सिर्फ तारीफ नहीं होती – वो एक प्रेरणा बन जाती है, बाकी लोगों के लिए भी। राजकुमार और विनीत जैसे कलाकार इस बात का प्रमाण हैं कि सच्ची मेहनत और ईमानदार प्रयास से किसी भी ऊंचाई तक पहुंचा जा सकता है।