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बॉलीवुड में कई अभिनेत्रियां अपनी खूबसूरती और अभिनय के लिए मशहूर हुई हैं, लेकिन कुछ ऐसी भी हैं जो फिल्मों से दूर होने के बावजूद दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाए रखती हैं। आज के दौर में करीना कपूर खान, आलिया भट्ट और दीपिका पादुकोण जैसी अभिनेत्रियां शादी और मातृत्व के बाद भी सफलता की ऊंचाइयों पर हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब शादी और मां बनने के बाद अभिनेत्रियों के लिए फिल्मों में वापसी करना बेहद मुश्किल होता था।

15 साल की उम्र में फिल्म डेब्यू और शादी

1960 के दशक में ऐसी ही एक अभिनेत्री थीं, मौसमी चटर्जी, जिन्होंने शादी और बच्चे के जन्म के बावजूद बॉलीवुड में सफलता हासिल की।

  • 1952 में जन्मी मौसमी चटर्जी का असली नाम इंदिरा चटर्जी था।
  • उन्होंने 15 साल की उम्र में 1967 की बंगाली फिल्म 'बालिका वधू' से अपने करियर की शुरुआत की।
  • उसी साल उनकी शादी प्रसिद्ध संगीत निर्देशक हेमंत कुमार के बेटे जयंत मुखर्जी से हो गई।
  • 17 साल की उम्र में वह मां बन गईं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने फिल्मी करियर को जारी रखा।

पिता की अंतिम इच्छा के कारण शादी

एक इंटरव्यू में मौसमी चटर्जी ने बताया कि उनकी शादी बचपन में क्यों हुई।

"मेरे पिता कैंसर के अंतिम चरण में थे। उनकी आखिरी इच्छा थी कि वह मेरी शादी देखें। इसलिए मैंने अपनी परीक्षाएं छोड़ दीं और शादी कर ली।"

शादी के बावजूद उन्होंने अपने फिल्मी करियर को नहीं छोड़ा और आगे बढ़ती गईं।

सफलता की ओर कदम

  • उनकी दूसरी बंगाली फिल्म 'परिणीता' (1969) सुपरहिट रही।
  • 1972 में उन्होंने बॉलीवुड में 'अनुराग' फिल्म से डेब्यू किया।
  • उन्होंने कहा,

"मैं 17 साल की उम्र में मां बन गई थी। मुझे अपनी पहली मर्सिडीज कार मिली थी। उस समय मुझे सफलता का मतलब भी नहीं पता था। मैं बस अपने चेहरे को बड़े पर्दे पर देखकर खुश हो जाती थी।"

बॉलीवुड की सबसे ज्यादा कमाने वाली अभिनेत्रियों में शामिल

1970 के दशक में मौसमी चटर्जी बॉलीवुड की सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक बन गईं।

  • उन्होंने लगातार सुपरहिट फिल्में दीं और 1980 के दशक में भी उनका करियर बुलंदियों पर था।
  • बाद में उन्होंने सहायक भूमिकाओं में भी शानदार अभिनय किया।

'घायल' के सेट पर सनी देओल से हुआ था विवाद

1991 में आई राजकुमार संतोषी की फिल्म 'घायल' में उन्होंने सनी देओल की भाभी का किरदार निभाया था।

  • फिल्म की शूटिंग के दौरान सनी देओल अक्सर देर से सेट पर आते थे और फोन पर ज्यादा समय बिताते थे।
  • मौसमी चटर्जी को यह पसंद नहीं आया और उन्होंने सनी को अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी।
  • इसके बाद सनी ने उनसे माफी मांगी और अपने व्यवहार में सुधार किया।

बोल्ड और बेबाक स्वभाव के कारण खोई कई फिल्में

मौसमी चटर्जी हमेशा अपने बोल्ड और बेबाक स्वभाव के लिए जानी जाती रही हैं।

"मैंने कई फिल्में साइन की थीं, लेकिन फिर मुझे उन प्रोजेक्ट्स से हटा दिया गया। मुझसे हर चीज़ के लिए 'हां' कहने की उम्मीद की जाती थी, लेकिन मैंने कभी समझौता नहीं किया।"

आखिरी बॉलीवुड फिल्म 'पीकू'

मौसमी चटर्जी की आखिरी बॉलीवुड फिल्म 'पीकू' (2015) थी, जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और इरफान खान के साथ काम किया था। हालांकि, वह आज भी बंगाली सिनेमा में सक्रिय हैं।