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IPL 2025 : आईपीएल का नया सीजन 22 मार्च से शुरू हो चुका है, और इसके साथ ही पूरे देश में क्रिकेट का खुमार फिर चढ़ने लगा है। हर बार की तरह इस बार भी आईपीएल को लेकर फैंस के बीच गजब का जोश देखने को मिल रहा है। मैदान पर हर चौका-छक्का गूंजता है, और हर टीम का हर मैच एक उत्सव की तरह लगता है। आम लोगों से लेकर बॉलीवुड स्टार्स तक, हर कोई आईपीएल के रंग में रंगा हुआ है।

जब बात क्रिकेट और बॉलीवुड की हो, तो शाहरुख खान का जिक्र होना लाजिमी है। शाहरुख सिर्फ बॉलीवुड के सुपरस्टार नहीं हैं, बल्कि आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मालिक भी हैं। हर साल की तरह इस साल भी वो अपनी टीम को चीयर करने के लिए मैदान में मौजूद रहते हैं। मगर आईपीएल और शाहरुख का रिश्ता सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रहा—इस रिश्ते में एक बड़ा विवाद भी शामिल रहा है, जिसे आज भी लोग याद करते हैं।

वानखेड़े स्टेडियम में हुआ था बवाल

ये मामला साल 2012 का है, जब मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच मुकाबला खेला गया था। मैच में केकेआर ने मुंबई को हराया, और जीत के बाद शाहरुख खान अपने बच्चों के साथ मैदान पर चले गए। वहीं से विवाद की शुरुआत हुई।

स्टेडियम के सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें रोका, और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख ने गुस्से में आकर स्टाफ से बहस की। एमसीए (मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन) ने उन पर आरोप लगाया कि वो शराब के नशे में थे और उन्होंने स्टेडियम के कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की। विवाद इतना बढ़ गया कि शाहरुख पर पांच साल के लिए वानखेड़े स्टेडियम में एंट्री बैन लगा दिया गया।

हालांकि, ये बैन 2015 में, यानी तीन साल के भीतर ही हटा लिया गया। तब से अब तक शाहरुख ने कभी दोबारा ऐसे किसी विवाद में खुद को नहीं डाला। लेकिन ये घटना आज भी आईपीएल इतिहास की सबसे चर्चित घटनाओं में गिनी जाती है।

शाहरुख ने खुद बताई थी असली वजह

कुछ साल बाद एक इंटरव्यू में, शाहरुख ने खुलकर बताया कि आखिर उस रात उन्हें इतना गुस्सा क्यों आया था। 'आप की अदालत' शो में उन्होंने कहा कि वो अपने बच्चों के साथ थे और स्टेडियम के स्टाफ ने एक ऐसा शब्द इस्तेमाल किया जो उन्हें बहुत बुरा लगा।

उन्होंने कहा, "मेरे बच्चों को वहां से हटाया जा रहा था, और जब मैंने विरोध किया तो एक स्टाफ ने एक ऐसा शब्द बोला जो मुझे, एक दिल्लीवाले को, अपमानजनक लगा। वो शब्द धार्मिक था, असभ्य था, और मराठी में भी उसका मतलब अच्छा नहीं होता।"

शाहरुख ने यह भी कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की थी, वो बस अपने बच्चों को सुरक्षित ले जा रहे थे और एक पिता के रूप में उनका रिएक्शन स्वाभाविक था। उन्होंने माना कि वो उस वक्त बहुत गुस्से में आ गए थे और आपा खो बैठे थे।

बॉलीवुड, क्रिकेट और इमोशंस का तड़का

शाहरुख खान की ये कहानी सिर्फ एक विवाद नहीं थी, बल्कि इसमें कई लेयर थीं—एक सुपरस्टार की पब्लिक इमेज, एक पिता की चिंता, एक खेल आयोजन की मर्यादा और एक फैन का जुनून।

आज जब आईपीएल का नया सीजन शुरू हुआ है, तो यह पुराना किस्सा फिर से सुर्खियों में है। शाहरुख अब भी मैदान में दिखते हैं, मुस्कुराते हुए, अपनी टीम को चीयर करते हुए।

लेकिन ये वानखेड़े विवाद यह याद दिलाता है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, ये इमोशंस, पहचान और जुड़ाव का एक समंदर है—जहां हर किसी की एक कहानी है, एक जुनून है, और कभी-कभी, एक गुस्सा भी।