Actress Mamta Kulkarni: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में हर दिन लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस विशाल धार्मिक आयोजन के दौरान, देश और दुनिया के कोने-कोने से भक्तगण संगम तट पर स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं। कुंभ मेले की इसी धार्मिक और पवित्र पृष्ठभूमि में, बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने सन्यास ग्रहण कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
कुंभ में लिया संन्यास और बदला नाम
24 जनवरी को आयोजित महाकुंभ में ममता कुलकर्णी ने आधिकारिक रूप से संन्यास ग्रहण किया। इस मौके पर उन्होंने भगवा वस्त्र धारण किए, गले में रुद्राक्ष की माला पहनी और माथे पर केसर का तिलक लगाया। अपने सन्यास के साथ उन्होंने अपना नाम बदलकर "साध्वी माई ममतानंद गिरि" रख लिया। इस विशेष अवसर पर ममता ने कहा, "संन्यासी बनना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है।"
किन्नर अखाड़े के साथ जुड़ाव
महाकुंभ के दौरान ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की उपस्थिति में मठवास ग्रहण किया। इस धार्मिक प्रक्रिया के तहत उन्होंने अपने पुराने जीवन को छोड़कर सन्यासी जीवन को अपनाया। ममता ने अपने बयान में कहा, "महाकुंभ में आकर इसकी महिमा को देखना मेरे लिए अविस्मरणीय पल है।"
वायरल हुईं ममता की तस्वीरें और वीडियो
महाकुंभ मेले में भगवा वस्त्र पहने, हिंदू नन के रूप में ममता कुलकर्णी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। इन तस्वीरों में उनका पूरी तरह बदला हुआ व्यक्तित्व लोगों को हैरान कर रहा है। माथे पर केसर और भगवा वेशभूषा में ममता को देखना उनके प्रशंसकों के लिए बेहद चौंकाने वाला रहा।
90 के दशक में चमकी थी ममता की बॉलीवुड करियर की चमक
90 के दशक में ममता कुलकर्णी बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री थीं। उन्होंने कई बड़े अभिनेताओं के साथ सुपरहिट फिल्मों में काम किया और अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीता। इसके अलावा, वह अपने बोल्ड अंदाज और न्यूड फोटोशूट के कारण भी विवादों में रही थीं। ममता का फिल्मी करियर जितना चमकदार था, उतना ही उनके व्यक्तिगत जीवन ने भी कई उतार-चढ़ाव देखे।
फिल्मी चकाचौंध से आध्यात्मिक यात्रा तक का सफर
बॉलीवुड की चमक-धमक और विवादों से घिरी रहने वाली ममता कुलकर्णी ने अब आध्यात्मिक जीवन को पूरी तरह अपना लिया है। उन्होंने अपने इस कदम को आत्मिक शांति और मोक्ष प्राप्ति की दिशा में उठाया हुआ कदम बताया है। उनका कहना है, "महाकुंभ में शामिल होकर मैं अपने जीवन के सबसे यादगार पलों का अनुभव कर रही हूं।"
नया जीवन, नया उद्देश्य
ममता कुलकर्णी का सन्यास लेना न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में एक बड़ा बदलाव है, बल्कि यह उनके चाहने वालों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है। उन्होंने दिखाया कि जिंदगी का हर दौर एक नई शुरुआत हो सकता है, बस उसे दिल से अपनाने की जरूरत है।
कुंभ मेले जैसे पवित्र आयोजन में संन्यास लेकर ममता कुलकर्णी ने अपने नए जीवन की शुरुआत की है। उनका यह कदम एक संदेश है कि भौतिक जीवन के आकर्षण को छोड़कर भी जीवन को एक नई दिशा दी जा सकती है।