
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व लिवर दिवस (World Liver Day) के अवसर पर देशवासियों से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और खानपान पर विशेष ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि छोटे-छोटे बदलाव जैसे तेल का सेवन कम करना, जीवन में बड़ा अंतर ला सकते हैं।
जेपी नड्डा के संदेश पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने संदेश में लोगों से अपील की थी कि इस विश्व लिवर दिवस पर तेल की खपत को 10% तक कम करने और स्वास्थ्यवर्धक आदतें अपनाने का संकल्प लें। इसी पोस्ट का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब हम खाने को दवा की तरह अपनाते हैं, तो सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं।
मोटापे से जुड़ी जागरूकता पर विशेष ज़ोर
पीएम मोदी ने मोटापे की बढ़ती समस्या पर चिंता जताई और कहा कि हमें मोटापे और इसके सामाजिक प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ानी होगी। उन्होंने आह्वान किया कि हम सब मिलकर एक ऐसे भारत का निर्माण करें, जहां स्वस्थ जीवनशैली आम बात हो और इसकी शुरुआत हमारे भोजन से हो।
विश्व लिवर दिवस क्यों मनाया जाता है?
हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियों और उनके बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करना। मौजूदा समय में, शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लिवर रोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।
विशेषज्ञों की राय: ‘भोजन है औषधि’
चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर 50% तक लिवर रोगों का खतरा कम किया जा सकता है। उनका कहना है कि “भोजन ही सबसे बड़ी औषधि है”, और हमें अपनी दिनचर्या में यह सोच शामिल करनी चाहिए।