
Times News Hindi,Digital Desk : भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मदद मांगी है। इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर का कहना है कि मौजूदा स्थिति देश की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत दे रही है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के संभावित सख्त सैन्य कदमों की आशंका ने पाकिस्तान को चिंता में डाल दिया है। ऐसे में देश के अंदर अस्थिरता और विरोध प्रदर्शनों की आशंका बढ़ गई है।
सूत्रों के मुताबिक, इमरान खान को मनाने के लिए चार पूर्व सैन्य अधिकारियों की टीम भेजी गई है, जो उनकी पार्टी पीटीआई को असीम मुनीर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और सिंध में जारी विरोधों को रोकने के लिए राज़ी करने की कोशिश करेगी। गौरतलब है कि साल 2019 में पुलवामा हमले के बाद इमरान खान ने तत्कालीन आईएसआई चीफ असीम मुनीर को उनके कार्यकाल पूरा होने से पहले ही हटा दिया था, जिसके बाद दोनों के रिश्तों में तल्ख़ी आ गई। इसी तल्ख़ी के कारण माना जा रहा था कि असीम मुनीर ने ही इमरान खान को जेल भेजने की योजना बनाई थी।
अब भारत के कड़े रुख़ और संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका से पाकिस्तान के शहरों जैसे सिंध, कराची और लाहौर में रेड अलर्ट जारी है और लोग डरे हुए हैं। पाकिस्तानी नेतृत्व को डर है कि आंतरिक अशांति और विरोध प्रदर्शनों से देश और कमजोर हो सकता है। यही वजह है कि अब इमरान खान से सुलह की कोशिशें की जा रही हैं।
भारत की ओर से सिंधु जल संधि को रद्द करने जैसे कड़े फैसलों के बाद से ही पाकिस्तान लगातार तनाव में है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका का समर्थन पाने की कोशिश भी नाकाम रही है, जिससे पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है।