
Times News Hindi,Digital Desk: घर की सकारात्मक ऊर्जा और बच्चों की पढ़ाई में तरक्की के लिए वास्तु शास्त्र की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। माता-पिता बच्चों के अध्ययन कक्ष को तैयार करते समय किताबों और अन्य संसाधनों पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन कमरे का रंग भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। सही रंग का चुनाव बच्चों के मानसिक विकास, एकाग्रता और पढ़ाई में सफलता को बढ़ावा देता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बच्चों के अध्ययन कक्ष के लिए हल्का हरा, हल्का नीला या हल्का पीला रंग अत्यंत शुभ माना जाता है। ये रंग न केवल बच्चों के मन को शांत करते हैं, बल्कि उनकी एकाग्रता को भी बढ़ाते हैं।
हल्का हरा रंग: यह रंग भगवान गणेश से संबंधित है, जो बुद्धि और ज्ञान के देवता हैं। हल्का हरा रंग प्रकृति, शांति और स्थिरता का प्रतीक होता है। इससे बच्चों का मन शांत रहता है और पढ़ाई में उनका ध्यान बेहतर बनता है।
हल्का नीला रंग: यह रंग मन की स्थिरता और एकाग्रता के लिए जाना जाता है। बच्चों में रचनात्मकता को भी बढ़ावा देता है और तनाव को कम करता है, जिससे पढ़ाई में रुचि बनी रहती है।
हल्का पीला रंग: वास्तु के अनुसार, हल्का पीला रंग शिक्षा और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। यह बच्चों की बुद्धि, स्मरण शक्ति और सोचने की क्षमता को मजबूत करता है। पीला रंग सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है, जो बच्चों के अकादमिक प्रदर्शन को सुधारता है।
कमरे के रंग को हल्का रखने से बच्चों के मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे लंबे समय तक बिना थकान के अध्ययन कर सकते हैं। इन रंगों का प्रयोग करके आप बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल और सफल बना सकते हैं।
Read More: Jyotish Shastra: भूलकर भी ये राशियां न लगाएं लाल तिलक, वरना बढ़ेंगी परेशानियां