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Times News Hindi,Digital Desk: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में शुरू हुए वैश्विक टैरिफ युद्ध के बीच चीन ने स्पष्ट और सख्त प्रतिक्रिया दी है। चीन ने साफ-साफ कहा कि वह अमेरिका के टैरिफ दबाव के आगे बिल्कुल नहीं झुकेगा। इस बयान को बल देने के लिए चीन ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें चीन के विदेश मंत्री ने अमेरिका को वैश्विक व्यापार अस्थिरता के लिए जिम्मेदार ठहराया।

वीडियो संदेश में चीन ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चीन के मुताबिक, अमेरिका ने पहले भी इसी प्रकार जापान पर सेमीकंडक्टर डंपिंग का आरोप लगाकर जापानी कंपनी तोशिबा जैसी कंपनियों को नुकसान पहुंचाया था। बाद में अमेरिका ने जापान को प्लाजा समझौते पर हस्ताक्षर के लिए मजबूर किया, जिससे जापान की अर्थव्यवस्था दशकों तक धीमी रही। चीन ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका ने फ्रांस की औद्योगिक कंपनी एल्सटॉम के खिलाफ "लॉन्ग-आर्म ज्यूरिसडिक्शन" (अपने कानून को विदेशी कंपनियों पर थोपना) का इस्तेमाल कर उसे कमजोर किया।

चीन के विदेश मंत्री ने वीडियो में कहा, "इतिहास यह स्पष्ट करता है कि समझौता करने से कोई लाभ नहीं मिलता, बल्कि इससे अधिक दबाव और बदमाशी का सामना करना पड़ता है। हम दबाव के आगे कभी नहीं झुकेंगे।" चीन ने खुद को मुक्त व्यापार का मजबूत समर्थक बताते हुए कहा, "जब सारी दुनिया अमेरिका की आर्थिक नीति के खिलाफ एकजुट होकर खड़ी होगी, तब अमेरिका अलग-थलग पड़ जाएगा। कोई न कोई तो इस चुनौती का सामना करते हुए, हाथ में मशाल लेकर रास्ता दिखाने आगे आएगा।"

गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन चीन से आयातित उत्पादों पर अब तक 145 प्रतिशत तक टैरिफ लगा चुका है, जबकि अन्य देशों के लिए जुलाई तक 10 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ प्रस्तावित है। चीन का यह सख्त रुख आने वाले समय में दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव को और अधिक बढ़ा सकता है।


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