
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने अप्रवासियों पर निगरानी और नियंत्रण को और सख्त करने के इरादे से एक नया नियम लागू किया है। इस नियम के तहत अब हर अप्रवासी को 24 घंटे अपने वैध दस्तावेज़ साथ रखने होंगे। इसका उद्देश्य स्पष्ट है—अवैध अप्रवासियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकालना और अमेरिका की सीमाओं को और कड़ा बनाना।
नए नियम की शुरुआत और मकसद
यह कानून 11 अप्रैल से लागू हो चुका है। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि अब जो भी विदेशी नागरिक अमेरिका में 30 दिनों से अधिक समय तक ठहरता है, उसे संघीय सरकार के पास रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने पर उस व्यक्ति को जुर्माना, जेल या देश से बाहर निकाले जाने जैसी सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने स्पष्ट कहा कि “अगर आपने अमेरिका में 30 दिनों से अधिक समय बिताया और आपने पंजीकरण नहीं कराया, तो यह अपराध माना जाएगा। इसकी सजा में जुर्माना, कारावास या दोनों शामिल हैं।” उनका यह बयान अप्रवासी समुदायों के बीच चिंता और भय का कारण बन गया है।
पुराने कानून की वापसी के रूप में नया आदेश
यह आदेश पूरी तरह से एक ऐतिहासिक कानून—एलियन रजिस्ट्रेशन एक्ट—पर आधारित है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के समय लागू किया गया था। अब ट्रंप प्रशासन ने इसे फिर से जीवित कर दिया है, और अमेरिकी जिला न्यायाधीश ट्रेवर एन. मैकफैडेन ने कानूनी चुनौतियों को खारिज करते हुए इसे पूरी तरह वैध करार दिया।
किन नियमों का पालन करना अनिवार्य है?
1. अनिवार्य रजिस्ट्रेशन:
14 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी गैर-अमेरिकी नागरिकों को, जो अमेरिका में 30 दिन या उससे अधिक समय तक रह रहे हैं, "Form G-325R" के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अगर कोई व्यक्ति 14 साल से कम उम्र का है, तो उसके माता-पिता को उसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
2. समयसीमा:
जो लोग 11 अप्रैल या उसके बाद अमेरिका पहुंचे हैं, उन्हें 30 दिनों के भीतर यह रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक है। यदि समय सीमा के अंदर ऐसा नहीं किया गया, तो जुर्माना या जेल की सजा हो सकती है।
3. पता बदलने की सूचना:
अगर किसी व्यक्ति का आवासीय पता बदलता है, तो उसे 10 दिनों के भीतर संघीय एजेंसियों को इसकी सूचना देना आवश्यक होगा। ऐसा न करने पर $5,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
4. रि-रजिस्ट्रेशन और फिंगरप्रिंट:
14 साल की उम्र के सभी अप्रवासी बच्चों को भी 30 दिनों के भीतर रि-रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और अपनी उंगलियों के निशान (फिंगरप्रिंट्स) जमा करने होंगे।
किन अप्रवासियों पर इस नियम का असर सबसे अधिक होगा?
1. अवैध अप्रवासी:
जिनके पास अमेरिका में रहने का कोई वैध दस्तावेज़ नहीं है, उनके लिए यह नियम सबसे कठोर साबित होगा। उन्हें तुरंत रजिस्ट्रेशन कराना होगा और दस्तावेज़ हर समय साथ रखने होंगे, वरना उन्हें गिरफ्तार कर निर्वासित किया जा सकता है।
2. वैध अप्रवासी:
जिन्हें पहले से ही वीजा (H-1B, स्टूडेंट वीजा आदि) या ग्रीन कार्ड मिला हुआ है, वे पहले से रजिस्टर्ड माने जाएंगे। उन्हें दोबारा फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन उन्हें भी अपने डॉक्यूमेंट्स हमेशा साथ रखने होंगे।
3. भारतीय नागरिक:
अमेरिका में करीब 54 लाख भारतीय रह रहे हैं, जिनमें से लगभग 2.2 लाख अवैध अप्रवासी हैं। H-1B वीजा धारकों और अंतरराष्ट्रीय छात्रों को नए रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन उन्हें अपने वैध दस्तावेज़ हर समय पास में रखने होंगे।
नियम तोड़ने पर क्या होगा?
1. जुर्माना और जेल:
अगर कोई व्यक्ति तय सीमा के भीतर पंजीकरण नहीं कराता, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है और उसे छह महीने तक जेल की सजा भी हो सकती है।
2. निर्वासन:
यह पंजीकरण अमेरिका में रहने की कोई गारंटी नहीं देता। अगर किसी के पास वैध दस्तावेज़ नहीं हैं, तो रजिस्ट्रेशन के बावजूद उसे देश से बाहर निकाला जा सकता है।
3. दस्तावेज़ साथ रखना अनिवार्य:
18 साल या उससे अधिक उम्र के हर गैर-अमेरिकी नागरिक को हर समय अपने रजिस्ट्रेशन से संबंधित दस्तावेज़ अपने पास रखने होंगे। यह निर्देश होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS) द्वारा स्पष्ट रूप से दिया गया है और इसके उल्लंघन पर कार्रवाई निश्चित है।
ट्रंप प्रशासन का संदेश स्पष्ट है
इस पूरे नियम का मकसद है—कानून तोड़ने वालों पर शिकंजा कसना और अमेरिका की सीमाओं को मजबूत करना। ट्रंप प्रशासन का यह कदम अमेरिका की इमीग्रेशन पॉलिसी को पहले से कहीं ज्यादा सख्त बनाता है और यह संकेत देता है कि अब कानून की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।