
Stock Market Today : भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को कमजोर शुरुआत की। सेंसेक्स 123 अंकों की गिरावट के साथ 74,103.83 पर और निफ्टी 75 अंक टूटकर 22,460.30 पर खुला। दिन की शुरुआत में ही बाजार पर दबाव बना हुआ था और फार्मा सेक्टर के शेयरों में खासतौर से गिरावट देखने को मिली।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट: शुरुआत से ही दबाव
बाजार खुलते ही संकेत नकारात्मक थे। शुरुआती ट्रेडिंग में सेंसेक्स 302 अंक यानी 0.41% गिरकर 73,939 पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी 107 अंकों की गिरावट के साथ 22,433 पर ट्रेड कर रहा था। सिर्फ प्रमुख सूचकांकों में ही नहीं, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 436 अंक टूटकर 49,402 पर और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 150 अंक गिरकर 15,238 पर आ गया।
अमेरिकी बयान से मची हलचल: फार्मा सेक्टर पर खास असर
बाजार में इस गिरावट के पीछे एक बड़ी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान रहा। ट्रंप ने संकेत दिए कि अमेरिका फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स पर भारी टैरिफ लगाने की तैयारी में है। उनका कहना है कि इस फैसले से अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। अब तक फार्मा सेक्टर को अमेरिका की रेसिप्रोकल टैरिफ पॉलिसी से छूट मिली हुई थी, लेकिन अब उस नीति का दायरा बढ़ाया जा रहा है।
भारतीय फार्मा कंपनियां क्यों आईं दबाव में?
भारत अमेरिका को दवाओं का सबसे बड़ा निर्यातक है। ऐसे में अगर अमेरिका फार्मा प्रोडक्ट्स पर टैरिफ लगाता है, तो भारतीय कंपनियों की लागत और मुनाफे पर असर पड़ना तय है। Sun Pharma, Lupin, Dr. Reddy's, Aurobindo Pharma और Gland Pharma जैसी कंपनियां अमेरिकी बाजार पर काफी निर्भर हैं। ट्रंप के बयान के बाद इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट शुरू हो गई।
फार्मा शेयरों में भारी गिरावट दर्ज
बुधवार को फार्मा सेक्टर के शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। Sun Pharma का शेयर 2.27% टूटकर ₹1650 पर पहुंच गया। Lupin के शेयर में 2.40% की गिरावट दर्ज की गई और यह ₹1935 पर पहुंच गया। Dr Reddy's का स्टॉक 1.21% की गिरावट के साथ ₹1094.5 पर बंद हुआ। सबसे ज्यादा गिरावट Aurobindo Pharma में देखने को मिली, जो 3.73% लुढ़ककर ₹1056.10 पर पहुंच गया। Gland Pharma भी 2.49% गिरकर ₹1390 पर ट्रेड कर रहा था।
Biocon का शेयर भी 2.06% टूटा और ₹315.65 पर पहुंच गया। Cipla, Glenmark, Laurus Labs और Ajanta Pharma जैसी कंपनियों के शेयरों में भी दबाव बरकरार रहा।
सेक्टोरल प्रदर्शन: फार्मा समेत कई सेक्टर नीचे
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर में थोड़ी बहुत मजबूती रही। वहीं आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा, मेटल, रियल्टी, इंफ्रा और कमोडिटीज सेक्टर में गिरावट दर्ज की गई।
टॉप गेनर्स और लूजर्स: कौन रहा ऊपर, कौन फिसला?
बाजार के टॉप गेनर्स में पावर ग्रिड, नेस्ले इंडिया, एचयूएल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, एशियन पेंट्स और भारती एयरटेल शामिल रहे। वहीं, टॉप लूजर्स में मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक, एटरनल, टीसीएस और सन फार्मा जैसे नाम शामिल हैं।
अमेरिकी बाजार में भी बड़ी गिरावट
मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार में भी बड़ी गिरावट देखी गई। Dow Jones दिन के उच्चतम स्तर से करीब 2000 पॉइंट फिसला और अंत में 320 अंक नीचे बंद हुआ। S&P 500 में 1.6% और Nasdaq में 2.15% की गिरावट रही। इस गिरावट का असर एशियाई बाजारों पर भी देखने को मिला। जापान का Nikkei 225 इंडेक्स 3.14% और Topix 3.26% गिर गया। साउथ कोरिया का Kospi Index 1% से ज्यादा गिरकर बेयर मार्केट में पहुंच गया है।
बीते दिन की तेजी से मिली थी राहत
इस गिरावट से एक दिन पहले यानी मंगलवार को भारतीय बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली थी। सेंसेक्स 1,089 अंक चढ़कर 74,227.08 पर और निफ्टी 374 अंक बढ़कर 22,535.85 पर बंद हुआ था। इस तेजी से निवेशकों की संपत्ति में 7.32 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3,96,57,703.44 करोड़ रुपये पहुंच गया था।
Read More: भारतीय शेयर बाजार में मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से रुपये को मिला सहारा