
मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को गरमा दिया है। 12 अप्रैल 2025 को मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई, जिसमें एक ही परिवार के हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की भीड़ ने कथित रूप से हत्या कर दी। इस घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है।
बीजेपी ने मनाया हिंदू शहीद दिवस
कोलकाता में 16 अप्रैल को बीजेपी ने 'हिंदू शहीद दिवस' मनाकर इस मुद्दे को और गरमा दिया। यह कार्यक्रम खास तौर पर मुर्शिदाबाद हिंसा में मारे गए हिंदू परिवार को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था। इस मौके पर बीजेपी नेताओं ने सरकार पर तीखे हमले किए और राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए।
सुवेंदु अधिकारी का ममता बनर्जी पर हमला
नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर सीधा हमला करते हुए कहा, "पूरा बंगाल आक्रोशित है। हिंदू समाज भावुक है और सड़कों पर उतर आया है। ममता बनर्जी को अब इस्तीफा दे देना चाहिए, उन्हें जेल में होना चाहिए। हम डरपोक हिंदू नहीं हैं, हम स्वामी विवेकानंद के अनुयायी हैं।" उन्होंने आगे कहा कि राज्य में हिंदुओं के साथ अन्याय हो रहा है और यह सहन नहीं किया जाएगा।
ममता बनर्जी ने किया पलटवार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पूरे मामले को तोड़-मरोड़कर पेश किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने नेताजी इंडोर स्टेडियम में इमामों के साथ बैठक में कहा, "मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में हिंसा जरूर हुई है, लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ाकर और झूठे तथ्यों के साथ प्रचारित किया जा रहा है। हमारा राज्य हमेशा से सभी धर्मों का सम्मान करता आया है और हम इसमें किसी भी प्रकार की नफरत की राजनीति नहीं होने देंगे।"
वक्फ कानून पर ममता का बचाव
सीएम ममता ने यह भी कहा कि वक्फ कानून को लेकर विपक्ष जानबूझकर भ्रम फैला रहा है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस ने संसद में इस कानून के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई थी, लेकिन अब अफवाह फैलाकर पार्टी को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने शांति की अपील करते हुए कहा कि राज्य में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।
बीजेपी पर बाहरी लोगों को लाने का आरोप
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर राज्य में बाहर से लोगों को लाकर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यह पूरी घटना एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। अगर घुसपैठ हो रही है तो यह बीएसएफ की जिम्मेदारी है, राज्य सरकार की नहीं। विपक्ष झूठी खबरें फैलाकर राज्य की छवि खराब करने में लगा है।"
शांति और सौहार्द की अपील
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इमामों और पुरोहितों दोनों से अपील की कि वे समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखें। उन्होंने कहा, “हम हर धर्म का सम्मान करते हैं। यह बंगाल की परंपरा रही है और इसे कोई भी ताकत बदल नहीं सकती।”