
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह के दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए आतंकियों को कड़ा संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा, "आतंकियों ने सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर हमला नहीं किया, बल्कि भारत की आत्मा पर चोट की है। देश के दुश्मनों ने बड़ी गलती कर दी है, उन्हें उनकी कल्पना से भी कड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।"
उन्होंने इस हमले में मारे गए नागरिकों के प्रति पूरे देश की संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार घायलों के इलाज में पूरी मदद कर रही है। पीएम ने कहा, "हमारा दुख और आक्रोश करगिल से कन्याकुमारी तक एक समान है। आतंकियों और उनके आकाओं की कमर अब तोड़ दी जाएगी।"
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये के विभिन्न प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि बिहार की धरती से महात्मा गांधी ने सत्याग्रह का संदेश दिया था। गांवों को सशक्त बनाने के लिए पंचायती राज की स्थापना की गई थी। पिछले दस सालों में पंचायतों को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास किए गए हैं। 30 हजार नए पंचायत भवन बनाए गए हैं, जबकि पंचायतों को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का फंड भी उपलब्ध कराया गया।
पीएम मोदी ने बिहार की महिलाओं के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। इससे सामाजिक न्याय और भागीदारी सुनिश्चित हुई है।
प्रधानमंत्री ने मिथिला की संस्कृति का जिक्र करते हुए मखाना उत्पादन पर कहा कि मखाने को जीआई टैग मिलने और मखाना बोर्ड के गठन से यहां के किसानों का जीवन बदलेगा। मखाना अब दुनिया के लिए सुपरफूड बन चुका है।