
Times News Hindi,Digital Desk : भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में विस्तार के लिए बड़ा कदम उठाया है। महिंद्रा, ₹555 करोड़ में SML इसुजु का अधिग्रहण करने जा रही है। इस डील से कंपनी अपने ट्रक और बस कारोबार को मजबूती देगी।
एक्सचेंज फाइलिंग में महिंद्रा ने जानकारी दी कि वह SML इसुजु के प्रोमोटर सुमितोमो कॉर्प से 43.96% और इसुजु मोटर्स लिमिटेड से 15% हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके अतिरिक्त, कंपनी ₹650 प्रति शेयर के मूल्य पर 26% अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने का ओपन ऑफर भी पेश करेगी।
मार्केट शेयर बढ़ाने की रणनीति
इस अधिग्रहण के जरिए महिंद्रा 3.5 टन वाले कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी मजबूत करेगी। फिलहाल इस सेगमेंट में महिंद्रा का बाजार हिस्सा सिर्फ 3% है। अधिग्रहण पूरा होने के तुरंत बाद कंपनी का शेयर बढ़कर 6% हो जाएगा। महिंद्रा का लक्ष्य 2030-31 तक इसे बढ़ाकर 10-12% और 2035-36 तक 20% से अधिक करने का है।
ग्राहकों को मिलेगा बेहतर अनुभव
S&P ग्लोबल मोबिलिटी फॉर इंडिया एंड आसियान के डायरेक्टर पुनीत गुप्ता ने बताया, "SML इसुजु का बड़ा ग्राहक आधार और स्थापित मार्केट पोजिशन महिंद्रा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। महिंद्रा अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में नई तकनीकों को जोड़कर SML के ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान कर सकती है।"
महिंद्रा ग्रुप के CEO अनीश शाह ने इस डील को कंपनी के उभरते व्यवसायों में पांच गुना वृद्धि हासिल करने के लक्ष्य की दिशा में "महत्वपूर्ण मील का पत्थर" बताया।
SML इसुजु: संघर्ष से सफलता तक का सफर
SML इसुजु की शुरुआत 1983 में स्वराज व्हीकल्स लिमिटेड के रूप में हुई थी, जिसका उद्देश्य फ्यूल एफिशिएंट ट्रांसपोर्ट समाधान प्रदान करना था। जापानी कंपनियों माजदा मोटर कॉर्प और सुमितोमो कॉर्प के निवेश से यह स्वराज माजदा लिमिटेड बनी। 1991 की LPG पॉलिसी और रुपये के अवमूल्यन के कारण कठिन दौर से गुजरने के बावजूद, कंपनी ने 1998 तक अपने घाटे खत्म कर मुनाफा कमाना शुरू कर दिया।
आज SML इसुजु बड़े कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में 16% मार्केट शेयर रखती है। FY2025 में कंपनी की बिक्री YOY आधार पर 3.1% बढ़कर 14,221 यूनिट्स पहुंच गई है।
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