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Indus Treaty Suspension : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ बेहद कड़े कदम उठाए हैं। भारत सरकार ने गुरुवार को पाकिस्तान को औपचारिक पत्र भेजकर 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को निलंबित करने की सूचना दी। इस पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान लगातार सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है।

भारत का पाकिस्तान को कड़ा संदेश

भारत की जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को लिखे पत्र में कहा, "सीमा पार आतंकवाद जम्मू-कश्मीर में भारत के अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है, जो सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों के पूर्ण उपयोग को प्रभावित करता है।" पत्र में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने संधि की शर्तों पर चर्चा करने से इंकार करके सीधे-सीधे उल्लंघन किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार के मधुबनी में आयोजित एक कार्यक्रम में स्पष्ट कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

पाकिस्तान पर संकट की आहट

सिंधु जल संधि स्थगित करने के फैसले से पाकिस्तान में गंभीर जल संकट की आशंका है। पाकिस्तान के लिए सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियां कृषि, बिजली उत्पादन और पीने के पानी का प्रमुख स्रोत हैं। संधि रोकने से पाकिस्तान की आर्थिक गतिविधियों पर भारी असर पड़ सकता है। पाकिस्तान ने इसे "युद्ध की कार्रवाई" बताते हुए चेतावनी दी है।

पर्यटकों पर आतंकी हमला

रविवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया गया था। आतंकियों ने बैसरन के खूबसूरत इलाकों में घूम रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई। सरकार ने इस हमले के बाद संधि को स्थगित करने, अटारी सीमा बंद करने और पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द करने जैसे कदम उठाए हैं।

सरकार का कहना है कि आतंकवाद का जवाब सख्ती से दिया जाएगा और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

भारत की सख्त कार्रवाई: आतंकवाद के चलते सिंधु जल संधि पर रोक

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ बेहद कड़े कदम उठाए हैं। भारत सरकार ने गुरुवार को पाकिस्तान को औपचारिक पत्र भेजकर 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को निलंबित करने की सूचना दी। इस पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान लगातार सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है।

भारत का पाकिस्तान को कड़ा संदेश

भारत की जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को लिखे पत्र में कहा, "सीमा पार आतंकवाद जम्मू-कश्मीर में भारत के अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है, जो सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों के पूर्ण उपयोग को प्रभावित करता है।" पत्र में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने संधि की शर्तों पर चर्चा करने से इंकार करके सीधे-सीधे उल्लंघन किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार के मधुबनी में आयोजित एक कार्यक्रम में स्पष्ट कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

पाकिस्तान पर संकट की आहट

सिंधु जल संधि स्थगित करने के फैसले से पाकिस्तान में गंभीर जल संकट की आशंका है। पाकिस्तान के लिए सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियां कृषि, बिजली उत्पादन और पीने के पानी का प्रमुख स्रोत हैं। संधि रोकने से पाकिस्तान की आर्थिक गतिविधियों पर भारी असर पड़ सकता है। पाकिस्तान ने इसे "युद्ध की कार्रवाई" बताते हुए चेतावनी दी है।

पर्यटकों पर आतंकी हमला

रविवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया गया था। आतंकियों ने बैसरन के खूबसूरत इलाकों में घूम रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई। सरकार ने इस हमले के बाद संधि को स्थगित करने, अटारी सीमा बंद करने और पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द करने जैसे कदम उठाए हैं।

सरकार का कहना है कि आतंकवाद का जवाब सख्ती से दिया जाएगा और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।


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