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Puja niyam : कई बार परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि लोग अपने घर-परिवार से दूर रहते हैं – चाहे वह नौकरी के कारण हो, पढ़ाई की वजह से या अन्य किसी कारण से। ऐसे में जब घर में कोई शुभ काम या धार्मिक अनुष्ठान होता है, तो उसमें शरीक न हो पाने का मन में अफसोस रह जाता है। लेकिन अब तकनीक के इस युग में कुछ ऐसे उपाय मौजूद हैं जिनकी मदद से आप फिजिकली मौजूद न होकर भी पूजा-पाठ का हिस्सा बन सकते हैं और इसका आध्यात्मिक लाभ भी पा सकते हैं। आइए जानते हैं, उन उपायों के बारे में जो दूर रहकर भी आपको अपने घर की पूजा से जोड़ सकते हैं।

1. वीडियो कॉल के माध्यम से बनें पूजा का हिस्सा

आज के समय में वीडियो कॉल एक बहुत आसान और सुलभ माध्यम बन चुका है, जिससे आप दुनिया के किसी भी कोने में रहकर अपने घर के कार्यक्रमों में वर्चुअली शामिल हो सकते हैं। जब घर में पूजा हो रही हो, तो आप समय निकालकर वीडियो कॉल पर जुड़ जाएं। इससे आप न केवल पूजा की पूरी प्रक्रिया देख सकेंगे बल्कि उसका आध्यात्मिक प्रभाव भी आप तक पहुंचेगा।

2. जल और नमक से करें वातावरण की शुद्धि

वीडियो कॉल के दौरान, यदि आप पूजा का अधिक लाभ लेना चाहते हैं, तो एक छोटा सा उपाय करें – एक लोटे में पानी भरें और उसमें थोड़ी सी मात्रा में नमक मिला दें। अब इस जल को अपने कमरे या जहां आप रहते हैं, वहां चारों ओर हल्के से छिड़क दें। यह प्रक्रिया आपके आसपास के वातावरण को शुद्ध करने में मदद करेगी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी।

3. दीपक जलाकर करें जुड़ाव

पूजा के समय अपने स्थान पर एक दीपक जरूर जलाएं और उसे किसी साफ-सुथरे कोने या छोटे पूजा स्थल पर रख दें। यह प्रतीकात्मक रूप से आपको घर की पूजा से जोड़ता है। कोशिश करें कि दीपक तब तक जलता रहे जब तक घर की पूजा समाप्त न हो जाए। पूजा समाप्त होने के बाद इस दीपक को अपने कमरे में हल्के-हल्के घुमाएं, जिससे वहां भी शुभता और शांति का वातावरण बन सके।

4. आशीर्वाद लेना न भूलें

पूजा के अंत में जब पंडित जी पूजा समाप्ति की घोषणा करें, तो आप वीडियो कॉल पर ही अपने माता-पिता या घर के बड़े-बुजुर्गों से आशीर्वाद जरूर लें। यह एक भावनात्मक जुड़ाव होता है जो दूर रहकर भी दिलों को करीब लाता है और मानसिक सुकून देता है।

5. ध्यान और मंत्रोच्चारण से बढ़ाएं एकाग्रता

यदि आप समय निकालकर लगातार पूजा देख रहे हैं, तो आप ईयरफोन लगाकर न केवल अन्य जरूरी कार्य कर सकते हैं, बल्कि पूजा के दौरान हो रहे मंत्रोच्चारण को मन ही मन दोहरा भी सकते हैं। इससे आपकी एकाग्रता बढ़ेगी और मन को शांति मिलेगी। यह एक प्रकार का ध्यान भी है, जो आपको मानसिक रूप से पूजा से जोड़ता है।

इन सभी उपायों को अपनाकर आप घर से दूर रहते हुए भी हर धार्मिक और शुभ आयोजन में पूरी तरह शामिल हो सकते हैं। यह न केवल आपकी भावनात्मक संतुष्टि का माध्यम बनेगा, बल्कि आपके और आपके परिवार के बीच के रिश्तों को भी मजबूत बनाएगा।


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