
Times News Hindi,Digital Desk : जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे एक प्रमुख सहयोगी आदिल अहमद ठोकर का नाम सामने आया है। बिजबेहरा के छोटे-से गांव गुरी का रहने वाला आदिल पाकिस्तान से आतंकी को चोरी-छिपे भारत में घुसाने और हमले की योजना में मदद करने का मुख्य आरोपी है।
पाकिस्तान में आतंकी संपर्क बनाए
2018 में वैध छात्र वीजा पर पाकिस्तान पहुंचे आदिल पर पहले से ही कट्टरपंथी विचारों का असर था। पाकिस्तान में उसने आतंकी संगठनों के हैंडलरों के साथ संपर्क स्थापित किया। करीब आठ महीने तक वह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से गायब रहा, लेकिन खुफिया एजेंसियां लगातार उसके डिजिटल और पारिवारिक गतिविधियों पर नज़र रख रही थीं।
एलओसी के रास्ते भारत में घुसपैठ
2024 में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने आदिल की निगरानी बढ़ा दी। अक्टूबर 2024 में उसने पुंछ-राजौरी सेक्टर के कठिन और बीहड़ इलाके से गुपचुप तरीके से भारत में घुसपैठ की। बताया जाता है कि आदिल तीन-चार लोगों के ग्रुप के साथ नियंत्रण रेखा पार करके आया और किश्तवाड़ होते हुए अनंतनाग पहुंचा, जहां उसने स्थानीय आतंकी नेटवर्क के साथ संपर्क किया।
आतंकी को दी पनाह
आदिल ने कई हफ्तों तक पाकिस्तान से आए आतंकी को अपने घर में सुरक्षित रखा। अनंतनाग की बैसरन वैली, जो आधिकारिक तौर पर यात्राओं के कारण बंद थी, मार्च से दोबारा खुलने लगी थी। इसी बात का फायदा उठाकर आदिल ने वहां हमला करने की योजना बनाई। सही समय आने तक वह बिल्कुल शांत रहा और पर्यटकों की संख्या बढ़ते ही हमला कर दिया गया।
हमले में गईं 26 जानें
22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। प्रारंभिक जांच के मुताबिक हमले में पांच से सात आतंकवादी शामिल थे, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षित दो स्थानीय आतंकियों ने मदद की थी। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और मामले की गहन जांच जारी है।