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Times News Hindi,Digital Desk: दिल्ली में बुधवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का फैसला कर सकती है। इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी में चार उच्च-स्तरीय बैठकें हो रही हैं, जिनमें सुरक्षा, राजनीतिक और आर्थिक मामलों पर चर्चा होगी।

इन बैठकों की शुरुआत सुबह 11 बजे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) से होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और शीर्ष सैन्य अधिकारियों की भी मौजूदगी रहेगी। सीसीएस बैठक का मुख्य एजेंडा पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य प्रतिक्रिया की रणनीति तय करना होगा। इससे पहले 23 अप्रैल को हुई बैठक में सिंधु जल समझौते को निलंबित करने सहित कई सख्त फैसले लिए गए थे।

इसके बाद राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCPA) की बैठक होगी, जिसे 'सुपर कैबिनेट' कहा जाता है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में आंतरिक सुरक्षा और आर्थिक नीतियों के राजनीतिक प्रभावों पर विचार किया जाएगा। पुलवामा हमले के बाद भी इसी समिति ने पाकिस्तान से 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' का दर्जा वापस लेने का निर्णय किया था। इस बार भी इसी स्तर के बड़े फैसलों की संभावना है।

तीसरी बैठक आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) की होगी, जिसमें सरकार आर्थिक दृष्टिकोण से होने वाली प्रतिक्रियाओं पर विचार करेगी। दिन की अंतिम बैठक कैबिनेट की होगी, जिसमें पूरे दिन लिए गए फैसलों को अंतिम मंजूरी मिलेगी। ये बैठकें भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दे रही हैं।

मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने शीर्ष सैन्य अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में कार्रवाई की पूरी योजना बनाने के लिए स्वतंत्र हैं। मोदी सरकार की इन बैठकों पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं।


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