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Times News Hindi,Digital Desk : भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ती नजर आ रही है। हाल ही में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने केवल एक सप्ताह के भीतर भारतीय इक्विटी बाजार में 17,425 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश किया है। इससे पहले के सप्ताह में यह आंकड़ा 8,500 करोड़ रुपये था।

क्यों बढ़ रही है विदेशी निवेशकों की रुचि?

विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों की बढ़ती रुचि के पीछे कई कारण हैं। वैश्विक स्तर पर, प्रमुख शेयर बाजारों के स्थिर प्रदर्शन, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में फिलहाल बढ़ोतरी न करने की संभावना और डॉलर की कीमत में नरमी ने भारत जैसे उभरते बाजारों को आकर्षक बना दिया है।

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट्स के एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव के मुताबिक, "वैश्विक व्यापार तनावों में कमी और घरेलू स्तर पर भारत की मजबूत आर्थिक विकास संभावनाओं, नियंत्रित मुद्रास्फीति और सामान्य से बेहतर मानसून के पूर्वानुमान ने निवेशकों के विश्वास को मजबूती दी है।"

हालांकि समग्र स्थिति अब भी मिश्रित

डिपॉजिटरी डेटा बताता है कि अप्रैल में अब तक विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से कुल मिलाकर 5,678 करोड़ रुपये निकाले हैं, जिससे 2025 में अब तक कुल निकासी 1.22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। महीने की शुरुआत में अमेरिका की टैरिफ नीति से जुड़ी वैश्विक अनिश्चितता के कारण निवेशकों ने भारी बिकवाली की थी।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा, “विदेशी निवेशकों के भारत में निवेश बढ़ाने के पीछे दो अहम वजहें हैं। एक तो अमेरिकी डॉलर में गिरावट आ रही है, और दूसरी वजह अमेरिकी अर्थव्यवस्था की धीमी पड़ती रफ्तार है, जिसका असर वहां की कॉर्पोरेट आय पर पड़ने की संभावना है। इसके विपरीत, भारत की अर्थव्यवस्था 6 प्रतिशत से ऊपर की स्थिर वृद्धि दर्ज कर रही है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।”


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