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History Of Easter Sunday : ईस्टर का पर्व ईसाई धर्म में बेहद पवित्र और खास माना जाता है। इसे बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, क्योंकि मान्यता है कि इसी दिन प्रभु यीशु मसीह ने मृत्यु के बाद पुनः जीवन प्राप्त किया था। यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ईसाई धर्म के सबसे पुराने त्योहारों में से एक है, जो प्रेम, बलिदान और पुनर्जन्म का संदेश देता है।

ईस्टर संडे का इतिहास क्या है?

ईस्टर का इतिहास सीधे ईसा मसीह के जीवन और उनके बलिदान से जुड़ा है। कहा जाता है कि यहूदी धर्मगुरुओं ने ईसा मसीह पर झूठे आरोप लगाए, क्योंकि वह खुद को ईश्वर का पुत्र बताते थे और समाज में नई सीखें और बदलाव लाने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें रोमन गवर्नर पॉन्टियस पिलातुस के सामने पेश किया गया और गुड फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ा दिया गया। मृत्यु के बाद उनका शव कब्र में दफनाया गया।

बाइबल के अनुसार, उनकी मृत्यु के तीसरे दिन यानी रविवार को वह पुनः जीवित हो उठे। यही दिन ‘ईस्टर संडे’ कहलाता है और इसी चमत्कारिक घटना को याद करते हुए यह पर्व मनाया जाता है।

ईस्टर संडे क्यों होता है खास?

ईस्टर संडे केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, यह विश्वास और आशा का प्रतीक भी है। इस दिन ईसाई धर्म के अनुयायी चर्च में एकत्र होते हैं, विशेष प्रार्थनाएं करते हैं और प्रभु यीशु के पुनर्जन्म का उत्सव मनाते हैं। चर्चों को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है, विशेष भजन और गीत गाए जाते हैं।

लोग अपने घरों को मोमबत्तियों और सजावटी अंडों से सजाते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर यीशु के उपदेशों को याद किया जाता है और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी जाती हैं। यह दिन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और पारिवारिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण बन गया है।

2000 वर्षों से भी पुराना त्योहार है ईस्टर

ईस्टर पर्व की जड़ें दो हजार साल से भी अधिक पुरानी हैं। प्रारंभ में यह त्योहार बहुत साधारण रूप में मनाया जाता था, लेकिन समय के साथ इसके रूप में बदलाव आया। आज ईस्टर अंडों की सजावट, बनी (खरगोश) की सजावट, और बच्चों के लिए आयोजित विशेष खेलों जैसे “ईस्टर एग हंट” से जुड़ चुका है।

अंडा जीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दिन रंग-बिरंगे अंडों से सजावट की जाती है। इस दिन का मुख्य संदेश है - अंधकार के बाद उजाला, मृत्यु के बाद जीवन। यह पर्व हमें सिखाता है कि कठिनाइयों के बाद भी नई शुरुआत संभव है।

ईस्टर संडे पर क्या करें?

ईस्टर का दिन परिवार, समाज और आस्था के साथ जुड़ाव का प्रतीक होता है। इस दिन को खास बनाने के लिए आप निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:

सुबह चर्च जाकर विशेष प्रार्थना में भाग लें।

बच्चों के लिए रंगीन अंडों को छिपाएं और ‘ईस्टर एग हंट’ गेम आयोजित करें।

घर को फूलों, बनी और रंगीन अंडों से सजाएं।

पारिवारिक भोज में विशेष व्यंजन जैसे रोस्टेड चिकन, हॉट क्रॉस बन्स, ईस्टर केक, चॉकलेट एग्स आदि बनाएं।

बच्चों को टॉफी, चॉकलेट अंडे और खिलौने दें और यीशु मसीह के जीवन से जुड़ी कहानियां सुनाएं।

ईस्टर केवल एक पर्व नहीं, यह विश्वास, आशा और पुनः जीवन की प्रेरणा है, जो हमें अपने जीवन में अंधेरे के बाद उजाले की उम्मीद देता है।


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