
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में मोबाइल फोन, कंप्यूटर और चिप्स जैसे अहम इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स को 'रेसिप्रोकल टैरिफ' से छूट देने का ऐलान किया है। इस फैसले से अमेरिका में इन प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ने से रुकेंगी, जिससे आम उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत मिलेगी।
ट्रंप के इस कदम से ऐप्पल, सैमसंग जैसी प्रमुख टेक कंपनियों को भी फायदा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि इन ब्रांड्स के ज्यादातर उत्पाद चीन या एशिया के अन्य देशों से आते हैं।
अमेरिकी कस्टम्स और बॉर्डर प्रोटेक्शन ने शुक्रवार देर रात एक आधिकारिक नोटिस जारी कर यह जानकारी दी कि कुछ प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को अब टैरिफ से राहत दी जा रही है। ट्रंप प्रशासन की ओर से पहले चीन से आने वाले सामानों पर 125% तक और अन्य देशों पर 10% तक टैरिफ लगाया गया था। लेकिन अब इनमें से कुछ उत्पादों को इस भारी भरकम टैक्स से बाहर कर दिया गया है।
छूट पाने वाले उत्पादों में सेमीकंडक्टर निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनें भी शामिल हैं। यह कदम खासकर ताइवान की सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह कंपनी अमेरिका और अन्य देशों में बड़े पैमाने पर निवेश कर रही है, और चिप निर्माण में इसकी भूमिका अहम मानी जाती है।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में स्पष्ट किया गया है कि सेमीकंडक्टर को चीन पर लगाए गए उच्च टैरिफ से छूट दी गई है और यह छूट 5 अप्रैल से प्रभाव में आ चुकी है। इसके पहले जिन चिप्स पर टैक्स वसूला गया था, उस पर अब रिफंड भी किया जाएगा।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह राहत स्थायी नहीं है। यह अस्थायी छूट इसलिए दी गई है ताकि एक साथ कई तरह के टैक्स लागू न हो जाएं और बाजार में अनावश्यक असंतुलन न पैदा हो। लेकिन भविष्य में चीन से आने वाले इन सामानों पर नए प्रकार के और संभवतः कम दर वाले टैक्स लगाए जा सकते हैं।
इस फैसले से जहां अमेरिकी उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिलेगी, वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की बड़ी कंपनियों को भी कारोबारी स्थिरता मिलने की संभावना है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि यह राहत कितने लंबे समय तक बनी रहती है और भविष्य में ट्रंप प्रशासन इस दिशा में क्या अगला कदम उठाता है।
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