
मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने लगातार छठे दिन तेजी दर्ज की, जिससे बीएसई का कुल मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। सेंसेक्स 351 अंक बढ़कर 79,759.86 पर और निफ्टी 102 अंक चढ़कर 24,227.95 पर बंद हुआ।
इस तेजी का मुख्य कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बैंकों के लिए लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) नियमों में ढील देना है, जिससे बैंकिंग शेयरों में खरीदारी बढ़ी। कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में क्रमशः 2.3% और 2.1% की बढ़त देखी गई, जबकि इंडसइंड बैंक के शेयर 6% गिर गए, क्योंकि बैंक ने ₹600 करोड़ के ब्याज आय में गड़बड़ी के लिए EY को दूसरी फॉरेंसिक ऑडिट के लिए नियुक्त किया है।
मेटल शेयरों में भी तेजी देखी गई, क्योंकि सरकार ने कुछ स्टील उत्पादों पर 12% का अस्थायी सेफगार्ड ड्यूटी लगाया है, जिससे मेटल इंडेक्स में 1% की बढ़त हुई।
अदाणी ग्रुप के शेयरों में भी सकारात्मक रुझान रहा। अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 0.91% बढ़कर ₹2,464.70 पर और अदाणी पावर के शेयर 0.62% बढ़कर ₹572.45 पर बंद हुए।
इस तेजी के साथ, बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया, जो आखिरी बार 20 जनवरी को देखा गया था। इससे पहले, 7 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद, बीएसई का मार्केट कैप घटकर 4.5 ट्रिलियन डॉलर रह गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि निफ्टी 50 इंडेक्स 24,250 से 24,300 के रेजिस्टेंस को पार कर 25,000 के स्तर तक पहुंच सकता है, बशर्ते बाजार में मौजूदा तेजी बनी रहे।
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