आम किसे पसंद नहीं! आम का मौसम आने का हर किसी को इंतजार रहता है. इसमें कोई गलती नहीं है कि सिर्फ आम ही नहीं, बल्कि इसकी पत्तियां भी सेहत का खजाना हैं। कई औषधीय गुण होने के बावजूद इन्हें अक्सर फेंक दिया जाता है।
आम के पत्तों का उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। यह मधुमेह को नियंत्रित करने से लेकर रक्तचाप को कम करने, सूजन को कम करने, अस्थमा को नियंत्रित करने, पेट को स्वस्थ रखने तक कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभ प्रदान करता है।
मधुमेह: एनसीबीआई (रेफ) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आम के पत्तों में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने वाले गुण होते हैं, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इनमें मैंगिफेरिन और फ्लेवोनोइड्स जैसे कारक पाए जाते हैं। यह शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करता है और ग्लूकोज में सुधार करता है।
रक्तचाप: आम के पेड़ की पत्तियों का उपयोग पारंपरिक रूप से रक्तचाप को कम करने के लिए किया जाता है। इनमें क्वेरसेटिन, आइसोक्वेरसिट्रिन और एस्ट्रैगैलिन जैसे सक्रिय तत्व होते हैं, जो हाई बीपी को कम करने में मदद करते हैं।
सूजन: आम के पत्तों में फेनोलिक यौगिकों की उपस्थिति के कारण, उनमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। यह गठिया जैसे विकारों में सूजन और जलन को कम करने में मदद करता है।
दस्त: आम के पत्तों से बने काढ़े का उपयोग दस्त, पेचिश और अन्य पेट की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इन पत्तियों में टैनिन और अन्य एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पाचन तंत्र को शांत करने में मदद करते हैं।
श्वसन संबंधी समस्या: आम की पत्ती की चाय का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सामान्य सर्दी जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं के लक्षणों से राहत पाने के लिए किया जाता है। इन पत्तियों में कफ निस्सारक गुण होते हैं जो कंजेशन से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
इनके अलावा आम की पत्तियां वजन कम करने, लिवर में जमा गंदगी को दूर करने और फंगस से छुटकारा दिलाने में भी मददगार होती हैं। आम के पत्तों को फेंकने से पहले इन फायदों को ध्यान में रखें।
आम के पत्तों का सेवन करने का सबसे आसान तरीका चाय या काढ़ा बनाना है। वैकल्पिक रूप से इस पत्ती का पाउडर भी आता है जिसे गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है। लेकिन इस तरीके को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह लें।
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