
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने 16 अप्रैल, बुधवार को घोषणा की कि वह 14 से 20 अप्रैल तक पूरे बिजली वितरण क्षेत्र में ‘फायर सर्विस वीक’ मना रही है। इस विशेष सप्ताह के तहत, कंपनी अपने कर्मचारियों—जिन्हें ‘पावर वॉरियर्स’ कहा जाता है—के लिए कई फायर सेफ्टी वर्कशॉप आयोजित कर रही है।
इस साल का विषय रखा गया है "यूनाइट टू इग्नाइट, फायर सेफ इंडिया", जिसमें आग से सुरक्षा को लेकर समुदाय की भागीदारी, जागरूकता शिक्षा, तैयारी और नवाचार की भूमिका को रेखांकित किया गया है। इसका मकसद है कि फायर सेफ्टी केवल किसी संस्था की जिम्मेदारी न रहे, बल्कि इसमें आम नागरिकों की भी सक्रिय भूमिका हो।
फायर सर्विस वीक क्यों मनाया जाता है?
हर साल 14 से 20 अप्रैल के बीच ‘फायर सर्विस वीक’ मनाया जाता है। यह सप्ताह 14 अप्रैल, 1944 को मुंबई के विक्टोरिया डॉक पर हुए भयंकर अग्निकांड और धमाकों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के रूप में आयोजित किया जाता है।
गृह मंत्रालय के फायर एडवाइजर की देखरेख में यह अभियान पूरे देश में चलाया जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य है सभी प्रकार के उद्योगों और सार्वजनिक स्थलों में आग से सुरक्षा के महत्व को उजागर करना और उससे जुड़े उपायों को अपनाने की प्रेरणा देना।
मार्च में मनाया गया था 'नेशनल सेफ्टी वीक 2025'
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने इससे पहले, 4 से 10 मार्च के बीच 'नेशनल सेफ्टी वीक 2025' का आयोजन किया था। यह 54वां नेशनल सेफ्टी वीक था, जिसकी थीम थी "सुरक्षा और स्वास्थ्य, विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण"।
इस दौरान कंपनी ने अपने कर्मचारियों को विभिन्न सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक किया और उन्हें कार्यस्थल पर सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाने के लिए प्रेरित किया। कर्मचारियों ने अदाणी इलेक्ट्रिसिटी की सुरक्षा टीम द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया।
‘उत्थान उत्सव’ के ज़रिए शिक्षा को दिया बढ़ावा
सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी और अदाणी फाउंडेशन सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। हाल ही में उन्होंने 'उत्थान उत्सव' का तीसरा संस्करण आयोजित किया, जो कि ‘उत्थान’ नामक सीएसआर प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की सीखने की क्षमता को बढ़ावा देना और उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को सुधारना है। यह पहल खासतौर पर उन बच्चों के लिए है जो सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं और बेहतर शैक्षणिक संसाधनों की कमी का सामना करते हैं।
25,000 से अधिक छात्रों को मिली सहायता
अदाणी फाउंडेशन और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मिलकर मलाड, दहिसर, बोरीवली, चेंबूर और कुर्ला जैसे क्षेत्रों की 83 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 25,000 से अधिक छात्रों को शिक्षा में सहायता प्रदान की है।
इस परियोजना के माध्यम से बच्चों को न केवल पढ़ाई में मदद मिल रही है, बल्कि उन्हें डिजिटल और इंटरेक्टिव माध्यमों से सीखने का अवसर भी दिया जा रहा है, जिससे उनकी समझ और रुचि दोनों में वृद्धि हो रही है।
मुंबई के लाखों ग्राहकों तक पहुंच
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी भारत की अग्रणी बिजली वितरण कंपनियों में से एक है, जो मुंबई में तीन मिलियन (30 लाख) से अधिक ग्राहकों को बिजली सेवा प्रदान कर रही है। कंपनी की यह जिम्मेदारी केवल ऊर्जा की आपूर्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा और सामुदायिक विकास के प्रति भी उसका समर्पण स्पष्ट रूप से दिखता है।
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