केंद्र सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को अपने घर के सपने को साकार करने का अवसर प्रदान करना है।
इस योजना के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आवासहीन परिवारों को आवास उपलब्ध कराया जाता है। इसके तहत सरकार लाभार्थियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इससे ये परिवार अपने लिए सुरक्षित एवं अपना मकान बना सकेंगे।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना है। योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना होगा।
इस सर्वे के बाद योजना के लिए लाभार्थी का चयन किया जाता है। जिन लोगों का नाम इस सर्वेक्षण में नहीं है वे ग्राम पंचायत सचिव, ग्रामीण आवास सहायक और पंचायत रोजगार सेवक के माध्यम से आगामी सर्वेक्षण के दौरान अपना नाम जोड़ सकते हैं
लाभार्थी के पास पहले से कोई पक्का मकान नहीं होना चाहिए। उसकी मासिक आय 15 हजार रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। लाभार्थी का क्रेडिट कार्ड बिल 50 हजार से अधिक नहीं होना चाहिए। आवेदकों को किसी अन्य योजना के तहत आवास न मिला हो।
इस योजना के तहत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थियों को तीन किस्तों में 1.2 लाख रुपये और शहरी क्षेत्रों में 2.5 लाख रुपये तक की सहायता राशि प्रदान करेगी। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाती है।
योजना की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लाभार्थियों को अपना नाम ऑनलाइन जांचने की सुविधा प्रदान की गई है। लाभार्थी pmayg.nic.in पर जाकर अपना नाम चेक कर सकते हैं।
नाम उपलब्ध है या नहीं यह जांचने के लिए सबसे पहले प्रधानमंत्री आवास योजना की आधिकारिक वेबसाइट (pmaymis.gov.in) पर जाएं और होम पेज पर सिटीजन असेसमेंट विकल्प पर क्लिक करें। वहां आपको तीन विकल्पों में से एक चुनना होगा। अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करें। फिर चेक पर क्लिक करें। यहां आपको पता चल जाएगा कि आप योजना के लिए आवेदन करने के लिए पात्र हैं या नहीं।
--Advertisement--