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Chaminda Vaas :  हर क्रिकेटर अपने करियर में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा और कपिल देव जैसे दिग्गजों ने भी अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष किया। लेकिन एक क्रिकेटर ऐसा भी था, जिसने बचपन में पुजारी बनने का सपना देखा था, और बाद में क्रिकेट जगत का महानतम गेंदबाज बन गया।

 श्रीलंका के महान गेंदबाज चमिंडा वास

श्रीलंका के दिग्गज गेंदबाज चमिंडा वास, जिनका जन्म 27 जनवरी 1974 को कोलंबो के पास वट्टाला में हुआ, ने करीब 15 वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। वास, श्रीलंका के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्होंने 1990 और 2000 के दशक में अपने प्रदर्शन से दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों को भी चौंका दिया।

 बचपन का सपना – चर्च पादरी बनना

चमिंडा वास का जन्म एक कैथोलिक परिवार में हुआ था। उनके परिवार की गहरी धार्मिक आस्था थी, जिससे वास भी प्रभावित थे। उनका पहला सपना क्रिकेट से बिल्कुल अलग था – वे चर्च पादरी बनना चाहते थे। एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि पादरी बनने के लिए 12 से 14 साल की कठोर पढ़ाई की जरूरत थी। लेकिन इसी दौरान क्रिकेट का जादू उन पर छाने लगा और उन्होंने खेल को अपनाने का फैसला किया।

 क्रिकेट में एंट्री और बेहतरीन प्रदर्शन

बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज वास, 120 से 135 किमी/घंटा की गति से गेंदबाजी करते थे। उन्होंने 1990 के दशक में श्रीलंका की तेज गेंदबाजी को नई पहचान दी।

न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्ट में वास ने 5/47 और 5/43 के आंकड़े के साथ दोनों पारियों में 5-5 विकेट लिए। बल्लेबाजी में भी योगदान देते हुए उन्होंने 33 और 36 रन बनाए। उनके प्रदर्शन के कारण श्रीलंका ने विदेशी धरती पर पहली टेस्ट जीत दर्ज की।

 ऐतिहासिक उपलब्धियां और रिकॉर्ड

1. वनडे में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रिकॉर्ड (8 विकेट) – 8 दिसंबर 2001

8 दिसंबर 2001 को कोलंबो में खेले गए एक वनडे मैच में, वास ने पहली गेंद पर विकेट लिया और अगले 8 ओवरों में 8 विकेट लेकर जिम्बाब्वे को सिर्फ 38 रन पर आउट कर दिया। यह आज भी वनडे क्रिकेट का सबसे बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन माना जाता है।

2. पहली 3 गेंदों पर हैट्रिक – 14 फरवरी 2003

2003 वर्ल्ड कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ वास ने पहली तीन गेंदों पर हैट्रिक लेकर इतिहास रचा। क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में यह अनोखी उपलब्धि आज तक नहीं दोहराई जा सकी।

 बल्लेबाजी में भी योगदान

गेंदबाजी के अलावा, वास ने टेस्ट और वनडे में 1 शतक और 14 अर्धशतक लगाए। वे श्रीलंका के लिए एक महत्वपूर्ण ऑलराउंडर भी रहे।

 क्रिकेट करियर का समापन

वास ने श्रीलंका के लिए अपना अंतिम टेस्ट 2009, अंतिम वनडे 2008, और अंतिम टी-20 मैच 2007 में खेला।                               

  • टेस्ट करियर: 111 मैच, 355 विकेट, 3089 रन
  • वनडे करियर: 322 मैच, 400 विकेट, 2025 रन
  • टी-20 करियर: 6 मैच, 6 विकेट, 33 रन