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केंद्र सरकार ने हाल ही में संयुक्त पेंशन प्रणाली (Unified Pension System - UPS) को लागू करने की घोषणा की है, जो अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी। यह नई प्रणाली केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए लागू की जाएगी।

अब सवाल यह उठता है कि राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और संयुक्त पेंशन प्रणाली (UPS) में से कौन-सा विकल्प बेहतर है? कौन-सा पेंशन सिस्टम कर्मचारियों को ज्यादा फायदा देगा?

आइए विस्तार से समझते हैं कि एनपीएस और यूपीएस में क्या अंतर है, किस योजना में कितना पैसा निवेश होगा और रिटायरमेंट के बाद कौन-सी योजना ज्यादा फायदेमंद साबित होगी।

एनपीएस और यूपीएस में योगदान का गणित

किसी भी पेंशन योजना में कर्मचारी और सरकार दोनों का योगदान होता है। एनपीएस और यूपीएस में कितना योगदान किया जाएगा, इसे एक उदाहरण से समझते हैं।

1. एनपीएस (National Pension System) का गणना मॉडल:

✅ औसत वेतन ₹80,000 प्रति माह
✅ कर्मचारी का योगदान 10% = ₹8,000 प्रति माह
✅ सरकार का योगदान 14% = ₹11,200 प्रति माह
✅ कुल योगदान = 24% (₹19,200 प्रति माह)

2. यूपीएस (Unified Pension System) का गणना मॉडल:

✅ औसत वेतन ₹80,000 प्रति माह
✅ कर्मचारी का योगदान 10% = ₹8,000 प्रति माह
✅ सरकार का योगदान 18.5% = ₹14,800 प्रति माह
✅ कुल योगदान = 28.5% (₹22,800 प्रति माह)