img

Mutual Funds Return : सितंबर 2024 के बाद से घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, जिससे इक्विटी म्यूचुअल फंड के निवेशकों को भी बड़ा झटका लगा है। बीते छह महीनों में अधिकांश इक्विटी स्कीम्स ने निगेटिव रिटर्न दिया है। इस दौरान 25 से अधिक इक्विटी स्कीम्स में निवेशकों को 25% से 30% तक का नुकसान झेलना पड़ा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही इंडेक्स में 12% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो का परफॉर्मेंस भी खराब हुआ है।

पिछले छह महीनों में सबसे ज्यादा नुकसान देने वाले इक्विटी फंड

निम्नलिखित इक्विटी फंड्स ने पिछले छह महीनों में निवेशकों को भारी नुकसान पहुंचाया है:

फंड का नामरिटर्न (%)
मोतीलाल ओसवाल फोकस्‍ड फंड-30%
सैमको फ्लेक्सी कैप फंड-29%
क्वांट पीएसयू फंड-28.80%
सैमको स्पेशल अपॉर्च्यूनिटीज फंड-28.50%
HDFC निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स फंड-28%
ICICI प्रू निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स फंड-28%
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स फंड-28%
HDFC डिफेंस फंड-27.26%
सैमको ELSS टैक्स सेवर फंड-27.26%
टाटा इंफ्रास्ट्रक्चर फंड-27%
कोटक BSE PSU इंडेक्स फंड-26.84%
बंधन इंफ्रास्ट्रक्चर फंड-26.80%
इन्वेस्को इंडिया PSU इक्विटी फंड-26.73%
DSP निफ्टी स्मॉलकैप 250 क्वालिटी 50 इंडेक्स फंड-26.40%
क्वांट बिजनेस साइकिल फंड-26.26%
क्वांट मैन्युफैक्चरिंग फंड-26.21%
SBI एनर्जी अपॉर्च्यूनिटीज फंड-26.14%
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड-25.97%
LIC MF इंफ्रास्ट्रक्चर फंड-25.37%
एडेलवाइस बिजनेस साइकिल फंड-25.14%
ABSL PSU इक्विटी फंड-25%
मोतीलाल ओसवाल क्वांट फंड-25%
टाटा निफ्टी रियल्टी इंडेक्स फंड-25%

क्या आपका पोर्टफोलियो भी निगेटिव हो रहा है?

इक्विटी मार्केट की इस बड़ी गिरावट के कारण म्यूचुअल फंड निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। कई निवेशक अब घबराहट में अपने फंड्स को रिडीम करने या एसआईपी (SIP) बंद करने का विचार कर रहे हैं। हालांकि, वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि अचानक निवेश से बाहर निकलना समझदारी नहीं होगी।

निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और रणनीतिक रूप से निवेश जारी रखना चाहिए। यदि निवेशक नुकसान झेल रहे हैं, तो उन्हें कुछ अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए।

क्या SIP में 'Pause' का विकल्प है?

यदि बाजार में गिरावट बनी रहती है, लेकिन भविष्य में सुधार की संभावना है, तो SIP को पूरी तरह से बंद करने के बजाय SIP Pause सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।

पहले यह सुविधा 1 से 3 महीने के लिए थी, लेकिन अब कुछ फंड हाउस ने इसे 6 महीने तक बढ़ा दिया है। यदि निवेशक इस विकल्प को चुनते हैं, तो SIP स्वतः ही 6 महीने बाद फिर से शुरू हो जाएगी। इस दौरान निवेशकों को कोई अतिरिक्त शुल्क या ब्याज नहीं देना होगा।

घबराहट में आकर पूरा पैसा न निकालें

शेयर बाजार का स्वभाव चक्रीय (Cyclical) होता है। इसका मतलब है कि गिरावट स्थायी नहीं होती और बाजार में सुधार की संभावना हमेशा बनी रहती है।

SIP निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह रुपये की औसत लागत (Rupee Cost Averaging) का लाभ देता है। जब बाजार नीचे होता है, तो SIP से अधिक यूनिट खरीदी जाती हैं, जिससे बाजार में रिकवरी आने पर अधिक लाभ मिलता है। इसलिए, पैनिक सेलिंग करने से बचें और बाजार में रिकवरी का इंतजार करें।

पोर्टफोलियो की समीक्षा और तुलना करें

यदि म्यूचुअल फंड स्कीम में लगातार नुकसान हो रहा है, तो अन्य विकल्पों की तुलना करना जरूरी हो जाता है।

इसी कैटेगरी के अन्य फंड्स से तुलना करें

यदि आपका फंड समान कैटेगरी के अन्य फंड्स की तुलना में खराब प्रदर्शन कर रहा है, तो स्विच करने पर विचार करें। यदि अंतर बहुत अधिक नहीं है, तो घबराने की जरूरत नहीं है।

फंड के पोर्टफोलियो का विश्लेषण करें

देखें कि फंड में शामिल कंपनियां किन सेक्टर्स से हैं और उनका भविष्य कैसा है। यदि फंड लॉन्ग-टर्म में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, तो निवेश बनाए रखना चाहिए।

फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लें

निवेश में बदलाव करने से पहले किसी वित्तीय विशेषज्ञ या निवेश सलाहकार की राय लें। म्यूचुअल फंड का Expense Ratio, Past Performance, और Risk Factor भी जांचें।


Read More:
Gold Price MCX: क्या सोना फिर बनेगा सस्ता? जानें क्यों गिर सकता है भाव 56,000 तक