img

भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों लगातार मजबूती देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि इस रैली में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की सक्रिय भागीदारी ने एक बड़ा योगदान दिया है। ताज़ा डिपॉजिटरी आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह कारोबारी दिनों में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार में लगभग 31,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

एफपीआई की वापसी के पीछे कारण

विदेशी निवेशकों की इस तेज़ खरीदारी के पीछे कई मजबूत वजहें हैं। पहला कारण है भारतीय शेयर बाजार का वैल्यूएशन, जो फिलहाल वैश्विक बाजारों की तुलना में काफी आकर्षक है। दूसरा, डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती ने एफपीआई के लिए निवेश करना और भी फायदेमंद बना दिया है। तीसरा बड़ा कारण है भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती, जिसे हाल ही में आए आईआईपी और जीडीपी आंकड़ों ने और पुष्ट किया है।

बाजार में बड़ी रिकवरी

एफपीआई निवेश में अचानक आए इस उछाल ने भारतीय शेयर बाजार में एक बड़ी रिकवरी को जन्म दिया है। निफ्टी में पिछले कुछ दिनों में करीब 6 प्रतिशत की तेजी आई है, जिससे बाजार की धारणा काफी सकारात्मक हो गई है। इससे निवेशकों का भरोसा फिर से लौटता दिख रहा है।

सितंबर 2024 के पीक से गिरावट के बाद निवेशकों की वापसी

गौरतलब है कि भारतीय शेयर बाजार सितंबर 2024 के उच्चतम स्तर से करीब 16 प्रतिशत नीचे आ चुका था। ऐसे में कई गुणवत्ता वाले शेयरों के दाम आकर्षक हो गए थे, जिससे एफपीआई को फिर से बाजार में कदम रखने का मौका मिला। इसके साथ ही रुपये की मजबूती और महंगाई दर में गिरावट ने इस भरोसे को और मजबूती दी है।

मार्च में एफपीआई की खरीदारी में इजाफा

डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च महीने में एफपीआई की खरीदारी में खासा इजाफा हुआ है, जिससे कुल निवेश बहाव घटकर 3,973 करोड़ रुपये रह गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड आने वाले हफ्तों में भी जारी रह सकता है, लेकिन इसकी दिशा काफी हद तक 2 अप्रैल को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित किए जाने वाले पारस्परिक टैरिफ पर निर्भर करेगी।

आने वाले समय पर नजर

विश्लेषकों का कहना है कि अगर ये टैरिफ अपेक्षा से कम रहते हैं, तो भारतीय शेयर बाजार में तेजी की यह लहर बनी रह सकती है। बीडीओ इंडिया के मनोज पुरोहित के अनुसार, "इस सप्ताह तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। एफपीआई की ओर से निवेश फिर से शुरू हुआ है, जिससे भारतीय बाजार में फिर से ऊर्जा नजर आ रही है। हालांकि, यह वित्तीय वर्ष का आखिरी सप्ताह है और इस दौरान अक्सर निवेशक मुनाफा वसूली करते हैं।"

बाजार की हफ्ते भर की स्थिति

बीते सप्ताह भारतीय बाजार का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। निफ्टी और सेंसेक्स क्रमश: 0.70 प्रतिशत की तेजी के साथ 23,519.35 और 77,414.92 पर बंद हुए। इस तेजी में बैंकिंग सेक्टर ने प्रमुख भूमिका निभाई। बैंक निफ्टी करीब 2 प्रतिशत की छलांग के साथ 51,564.81 पर बंद हुआ। सेक्टोरल नजरिए से निफ्टी पीएसई और एफएमसीजी इंडेक्स टॉप गेनर्स रहे, जबकि मीडिया और फार्मा सेक्टर में गिरावट दर्ज की गई।


Read More:
Gold Price MCX: क्या सोना फिर बनेगा सस्ता? जानें क्यों गिर सकता है भाव 56,000 तक