जब शनि राशि बदलता है, तो कुछ राशियों पर शनि ढैय्या या ढाई साल की शनि दशा शुरू हो जाती है। कुछ अन्य राशियों के लिए, शनि साढ़े साती या साढ़े सात साल का शनि दशा शुरू होता है।
जिनके जीवन में शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है, ऐसा कहा जाता है कि इस बार शनि के गोचर के बाद कुछ राशियों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी।
29 मार्च 2025 को शनि कुम्भ से मीन राशि में गोचर करेंगे और दो राशियों की कुंडली में शनि की ढैय्या और एक राशि की कुंडली में साढ़ेसाती से मुक्त हो जायेंगे।
शनि के मीन राशि में प्रवेश करते ही मकर राशि वालों को शनि दशा से पूर्ण मुक्ति मिल जाएगी। साढ़ेसाती वर्ष तक भोगे गए कष्ट से कष्टों का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही कुंभ राशि की कुंडली में साढ़ेसाती का अंतिम चरण शुरू हो जाएगा।
वृश्चिक राशि की कुंडली में चल रही शनि ढैय्या या ढाई साल की शनि दशा भी समाप्त हो जाएगी। इससे उन्हें उस स्वास्थ्य समस्या से राहत मिलेगी जो उन्हें परेशान कर रही थी।
साथ ही मीन राशिफल पर पहला चरण शुरू होगा। इस लिहाज से 2025 में कुंभ, मीन और मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव देखने को मिलेगा।
यदि शनि देव के गोचर से मेष और मीन राशि के लिए शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी, तो धनु राशि के लिए शनि मातु या शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।
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