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Chaitra Navratri 2025 : हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि एक अत्यंत पवित्र और श्रद्धा से भरा हुआ पर्व है। यह पर्व मां दुर्गा के नौ शक्तिशाली रूपों को समर्पित होता है और साल में दो बार आने वाली नवरात्रियों में से एक होता है। इस दौरान भक्तगण पूरे नौ दिन उपवास रखते हैं और माता रानी की आराधना में लीन रहते हैं। पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन, हवन और व्रत जैसे धार्मिक कर्मकांडों से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो जाता है।

माना जाता है कि यदि कोई भक्त सच्चे मन से और श्रद्धा के साथ नवरात्रि के इन नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा करता है, तो उसे जीवन के सभी दुखों से मुक्ति मिलती है। न केवल मानसिक और आत्मिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।

घर-गली में भक्तिभाव से सजती हैं चौकियां

चैत्र नवरात्रि के अवसर पर घर-घर और गलियों में माता की चौकी सजाई जाती है। लोग सामूहिक रूप से एकत्र होकर पूजा-अर्चना करते हैं। कई जगहों पर रात के समय जागरण और कीर्तन का आयोजन होता है, जिसमें भक्ति भाव से ओतप्रोत गीतों के माध्यम से मां दुर्गा का गुणगान किया जाता है। महिलाएं लाल वस्त्र पहनकर देवी का श्रृंगार करती हैं और कन्या पूजन भी इस दौरान बेहद शुभ माना जाता है।

चैत्र नवरात्रि 2025 की तिथि

पंचांग के अनुसार, 2025 में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च की सुबह 4:27 बजे से आरंभ होगी और 30 मार्च की दोपहर 12:49 बजे तक रहेगी। इस आधार पर चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभारंभ रविवार, 30 मार्च से होगा। यही दिन घटस्थापना का होगा, जिससे नौ दिवसीय पर्व की विधिवत शुरुआत मानी जाती है।

मां दुर्गा की पूजा में लौंग का विशेष महत्व

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा में लौंग का प्रयोग विशेष रूप से शुभ माना जाता है। लौंग को शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना गया है, और इसे मां दुर्गा को चढ़ाने से नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि श्रद्धालु नौ दिनों तक प्रतिदिन मां दुर्गा को एक-एक लौंग अर्पित करें तो उनके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।

लौंग से शांत होते हैं ग्रहदोष

विशेषकर मंगल ग्रह से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए मां दुर्गा के समक्ष लौंग चढ़ाने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में मां के चरणों में लौंग अर्पित करने से मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं। जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उनके लिए यह उपाय विशेष रूप से फलदायी माना गया है।

आर्थिक समृद्धि के लिए लौंग का अर्पण

मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए भी नवरात्रि में लौंग चढ़ाना अत्यंत लाभकारी होता है। मान्यता है कि इससे धन के योग बनने लगते हैं और जीवन से आर्थिक संकट दूर होने लगते हैं। व्यापार में वृद्धि, नौकरी में प्रमोशन या आय के नए स्रोत खुलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। लौंग को लक्ष्मी स्वरूप भी माना गया है, इसलिए इसका उपयोग विशेष फलदायक होता है।

पूजा में किन बातों का रखें ध्यान

लाल चुनरी का अर्पण: मां दुर्गा को लाल रंग अत्यंत प्रिय है। पूजा में माता को लाल चुनरी चढ़ाना शुभ माना जाता है। इससे देवी प्रसन्न होती हैं और भक्त पर अपनी विशेष कृपा बरसाती हैं।

नित्य स्नान और पूजा: नवरात्रि के दिनों में भक्तों को प्रतिदिन प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा करनी चाहिए। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से सही है, बल्कि मन को भी शुद्ध करता है।

भजन-कीर्तन और व्रत कथा: पूजा के साथ-साथ माता के भजन सुनना, कीर्तन करना और नवरात्रि व्रत कथा पढ़ना या सुनना अत्यंत पुण्यदायी होता है। इससे मन में भक्ति भाव और श्रद्धा का संचार होता है।

कन्या पूजन: नवरात्रि के अंतिम दिनों में कन्या पूजन की परंपरा निभाना भी जरूरी है। छोटी कन्याओं को देवी का रूप मानकर उन्हें भोजन कराया जाता है और उपहार दिए जाते हैं। यह अनुष्ठान मां दुर्गा की विशेष कृपा दिलाने वाला माना जाता है।