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Gold Rate Today : पिछले हफ्ते की मुनाफा वसूली के बाद इस सोमवार को सोने और चांदी दोनों की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। जहां सोना 200 रुपये बढ़कर 87,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, वहीं चांदी की कीमतों में भी 100 रुपये की बढ़त दर्ज की गई और यह 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। यह तेजी ज्वैलर्स और रिटेलर्स की नई खरीदारी, रुपये की कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में जारी उथल-पुथल के कारण आई है। निवेशकों की नजर इस समय कई ग्लोबल फैक्टर्स पर बनी हुई है, जिनका असर आने वाले दिनों में भी कीमतों पर पड़ सकता है।

सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के प्रमुख कारण

1. रुपये की कमजोरी का असर
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, 99.9% शुद्धता वाला सोना 87,900 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत 87,500 रुपये हो गई। शुक्रवार को यह कीमत क्रमशः 87,700 रुपये और 87,300 रुपये थी। रुपये की कमजोरी की वजह से आयात महंगा हो गया, जिससे सोने की कीमतें बढ़ गईं।

2. सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ी
ग्लोबल मार्केट में जारी अस्थिरता के कारण निवेशकों ने सोने की ओर रुख किया। आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनावों की वजह से सोने को सेफ हेवन एसेट (सुरक्षित निवेश) माना जा रहा है, जिससे इसकी कीमतों में इजाफा हुआ है।

3. एमसीएक्स पर सोने में मजबूती
एमसीएक्स (MCX) पर अप्रैल डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट 698 रुपये की बढ़त के साथ 84,917 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। वायदा बाजार में बढ़ती खरीदारी भी सोने की कीमतों को मजबूती दे रही है।

ग्लोबल मार्केट का असर

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला।

अमेरिकी बाजार में तेजी: अमेरिका में अप्रैल फ्यूचर्स का भाव 34.80 डॉलर यानी 1.22% बढ़कर 2,883.30 डॉलर प्रति औंस हो गया।

स्पॉट गोल्ड में मजबूती: स्पॉट गोल्ड की कीमत 16.52 डॉलर बढ़कर 2,874.35 डॉलर प्रति औंस हो गई।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा,
"पिछले हफ्ते 1.60% की प्रॉफिट बुकिंग के बाद गोल्ड फिर से मजबूत हुआ है। अमेरिका-यूक्रेन के बीच तनाव और वैश्विक बाजार में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है, जिससे सोने की कीमतों में मजबूती आ रही है।"

उन्होंने आगे बताया कि डॉलर की अस्थिरता और ट्रेड टैरिफ को लेकर जारी चिंताओं के कारण सोने को सेफ हेवन एसेट के रूप में समर्थन मिल रहा है। हालांकि, अगर रूस-यूक्रेन के रिश्तों में सुधार होता है या ट्रेड टैरिफ में कोई राहत मिलती है, तो सोने की कीमतों पर दबाव आ सकता है।

चांदी की कीमतों में भी उछाल

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली।

एमसीएक्स पर चांदी की कीमत : मई डिलीवरी वाले सिल्वर फ्यूचर्स का भाव 1,193 रुपये यानी 1.26% की तेजी के साथ 95,521 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।

घरेलू बाजार में भी बढ़त : घरेलू बाजार में चांदी 100 रुपये बढ़कर 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा,
"सोमवार को सोना मामूली बढ़त के साथ ट्रेड करता रहा, जहां बार्गेन बायिंग और सेफ हेवन डिमांड ने इसे समर्थन दिया।"

बाजार की नजर किन फैक्टर्स पर है?

अब निवेशकों की निगाहें अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक घटनाक्रमों पर टिकी हैं, जिनका असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ सकता है।

अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग प्राइसेज और पीएमआई डेटा

ये आंकड़े सोमवार को देर रात जारी किए जाएंगे और इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर संकेत मिल सकते हैं।

नॉन-फार्म एम्प्लॉयमेंट डेटा

अबांस होल्डिंग्स के सीईओ चिंतन मेहता के अनुसार, "इस हफ्ते आने वाले नॉन-फार्म एम्प्लॉयमेंट डेटा से महंगाई और ब्याज दरों की दिशा को लेकर संकेत मिल सकते हैं।"

फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के बयान

अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) के अधिकारियों के बयान भी बाजार की दिशा तय करेंगे।