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Sensex, Nifty outlook for FY26 : अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 तक बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी से 8 से 10 प्रतिशत और सेंसेक्स से 8 से 12 प्रतिशत तक सालाना रिटर्न मिलने की संभावना है। यह अनुमान पिछले वित्त वर्ष की तुलना में थोड़ा बेहतर माना जा रहा है। उदाहरण के लिए, वित्त वर्ष 2025 में निफ्टी ने करीब 7 प्रतिशत की बढ़त हासिल की थी।

सेंसेक्स में दिख सकती है 14 से 18 प्रतिशत की तेजी

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मार्च 2026 तक सेंसेक्स में मौजूदा स्तरों से 12 से 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मतलब है कि 25 मार्च 2025 से अगले बारह महीनों में सालाना 8 से 12 प्रतिशत का रिटर्न मिल सकता है। इससे निवेशकों के लिए सेंसेक्स एक बेहतर विकल्प बन सकता है।

किन सेक्टर्स में दिखेगी मजबूती?

रिपोर्ट तैयार करने वाली संस्था स्मॉलकेस मैनेजर गोलफाई के अनुसार, वे कंपनियां जो घरेलू बाजार पर केंद्रित हैं, वे अमेरिकी आयात शुल्क बढ़ने और कमोडिटी कीमतों में उतार-चढ़ाव जैसी वैश्विक चुनौतियों से काफी हद तक सुरक्षित रहेंगी। लार्ज कैप प्राइवेट बैंकिंग कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 2026 में 14 से 16 प्रतिशत की क्रेडिट ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है। इसका सीधा असर बैंकिंग सेक्टर की मजबूती पर पड़ेगा।

हेल्थकेयर और टूरिज्म सेक्टर में जबरदस्त उछाल की संभावना

रिपोर्ट बताती है कि मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। इस सेक्टर में 18 से 20 प्रतिशत की सालाना ग्रोथ देखी जा सकती है। 2026 तक यह इंडस्ट्री 13 से 15 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है। धार्मिक पर्यटन में भी बढ़त की उम्मीद है। कोविड से पहले हर साल करीब 30 करोड़ श्रद्धालु धार्मिक स्थलों की यात्रा करते थे। इस संख्या में अब हर साल 10 से 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और उपभोक्ता मांग में दिखेगा सुधार

रिपोर्ट में इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए भी सकारात्मक संकेत दिए गए हैं। भारत सरकार की योजना है कि 2030 तक देश में 100 नए एयरपोर्ट्स बनाए जाएं। इसके अलावा, हर साल सड़क नेटवर्क में 8 से 10 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ता मांग में हर साल 5 से 7 प्रतिशत और शहरी खर्च में 6 से 8 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। साथ ही, निजी कंपनियों द्वारा पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में 12 से 14 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की संभावना है।

मार्च 2025 में बाजार की स्थिति

वित्त वर्ष 2024-25 के अंतिम कारोबारी दिन शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में 191 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 77,414.92 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 73 अंक गिरकर 23,519.35 पर बंद हुआ। हालांकि, पूरे साल के प्रदर्शन को देखा जाए तो सेंसेक्स ने 3,763 अंकों यानी 5.10 प्रतिशत और निफ्टी ने 1,192 अंकों यानी 5.34 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की है।

विशेषज्ञों की मानें तो यह बढ़त कंपनियों की आय में हुई वृद्धि की वजह से आई है। ग्लोबल और घरेलू फैक्टर्स के संयोजन से बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की वापसी भी बाजार की मजबूती में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।