महाराष्ट्र मौसम समाचार: राज्य में मूसलाधार बारिश फिर लौट आई है और मौसम विभाग की भविष्यवाणी एक बार फिर सच साबित हुई है। जुलाई की शुरुआत से ही देखा जा रहा था कि महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों से बारिश कम हो गई है. लेकिन, अब ये बारिश एक बार फिर से प्रदेश में रफ्तार पकड़ रही है. अगले 24 घंटों के लिए राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक, 26 अगस्त 2024 यानी सोमवार को पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है और इन इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. तो वहीं पुणे, सतारा, नंदुरबार जिले में भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. राज्य के ठाणे, सिंधुदुर्ग, जलगांव, नासिक और कोल्हापुर जिलों के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य के पश्चिमी घाट में बारिश की तीव्रता बढ़ेगी और इसका असर हर जगह देखने को मिलेगा. तो कई जिलों में जल धाराएं दोगुनी ताकत से बहेंगी. अगले चार दिनों तक बारिश की तीव्रता अधिक रहेगी, लेकिन कुछ जिले इसके अपवाद रहेंगे.
वहीं, सतारा जिले के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश के कारण सतारा शहर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई जगहों पर सड़कों पर पानी नजर आ रहा है. जिले में घटमत पर भारी बारिश के कारण प्रशासन ने नागरिकों को आगाह किया है कि कुछ इलाकों में भूस्खलन का खतरा है. (सतारा बारिश की चेतावनी)
गोदी पर भारी बारिश
नासिक में रविवार को हुई भारी बारिश के बाद गोडाकाथ के नागरिकों को अलर्ट कर दिया गया है. नासिक में बारिश बढ़ने से गोदावरी नदी का स्तर बढ़ गया है. बारिश बढ़ने के कारण गंगापुर नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है और रामकुंड पर कई मंदिर पानी में डूब गए हैं. इस बीच नासिक के होल्कर ब्रिज के नीचे से 13000 क्यूसेक की दर से डिस्चार्ज जारी है. (नासिक वर्षा समाचार)
किस हिस्से के लिए कौन सा अलर्ट?
नासिक
- नारंगी नंदुरबार - नारंगी
मुंबई - पीला
पुणे - नारंगी
कोल्हापुर - नारंगी
सातारा
- नारंगी ठाणे
- नारंगी रायगढ़
- नारंगी रत्नागिरी - नारंगी
सिंधुदुर्ग - नारंगी
मौसम की सटीक स्थिति क्या है?
मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से पर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है और यह बेल्ट अब गुजरात और राजस्थान की ओर बढ़ते हुए तीव्र होती दिख रही है। वहां नवगठित कम दबाव के क्षेत्र के कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आसपास के इलाकों में बारिश बढ़ गई है और इस कम दबाव के क्षेत्र का असर केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों तक देखा जाएगा.
--Advertisement--