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गुरुवार 21 नवंबर बहुत शुभ रहने वाला है। क्योंकि इस साल का आखिरी गुरु पुष्य योग रहने वाला है। इस दिन रवि योग, अमृत सिद्धि योग और पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। गुरु पुष्य योग शुभ कार्य और खरीदारी के लिए बहुत शुभ माना जाता है। अतः चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा। (गुरुवार का पंचांग) 

हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित है। गुरुवार भगवान विष्णु को समर्पित दिन है। इसलिए, यह विष्णु अवतार श्री स्वामी समर्थ, गजानन महाराज और साईं बाबा की पूजा करने का दिन है। जानिए इस गुरुवार का राहुकाल, नक्षत्र, शुभ समय, अशुभ समय। (मराठी गुरु पुष्य योग में गुरुवार पंचांग 21 नवंबर 2024 पंचांग) 

पंचांग विशेषकर मराठी में! (21 नवंबर 2024 पंचांग )

वार - गुरुवार 
तिथि - षष्ठी - 17:05:53 तक
नक्षत्र - पुष्य - 15:36:12 तक
करण - वणिज - 17:05:53 तक विष्टि - 29:32:15 तक
पक्ष - कृष्ण
योग -शुक्ल - 12 By :00:19

सूर्योदय सूर्यास्त; चन्द्रोदय-चन्द्रास्त का समय

सूर्योदय - 06:48:52
सूर्यास्त - 17:25:09
चन्द्र राशि - कर्क
चन्द्रोदय - 22:44:00
चन्द्रास्त - 11:58:59
ऋतु - हेमन्त

हिन्दू मास और वर्ष

शक संवत - 1946 क्रोधी
विक्रम संवत - 2081
दिन का समय - 10:36:17
माह अमांत - कार्तिक
माह पूर्णिमांत - मार्गशीर्ष

आज का अशुभ क्षण

दुष्ट मुहूर्त – 10:20:57 से 11:03:22, 14:35:28 से 15:17:53
कुलिक – 10:20:57 से 11:03:22
कंटक – 14:35:28 से 15:17 :53 से
राहु काल - 13:26:32 तक कालवेला/अर्ध्यम् 14:46:04 तक
– 16:00:18 से 16:42:43 तक
यमघण्ट – 07:31:17 से 08:13:42 तक
यमगण्ड – 06:48:52 से 08:08:24 तक
गुलिक समय- 09:27:56 से 10:47:28 तक तक

शुभ समय 

अभिजीत- 11:45:47 से 12:28:13 तक

दिशा शूल

दक्षिण

ताराबल और चंद्रबल

सितारा शक्ति 

अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती

चंद्रबल  

वृषभ, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुंभ

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