
बैंक खाताधारकों पर लागू नए एटीएम शुल्क नियम
बैंकों द्वारा ग्राहकों से उनके एटीएम कार्ड के प्रकार के आधार पर शुल्क लिया जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम लेनदेन को लेकर नए नियम लागू किए हैं, जिनके बारे में जागरूक रहना आवश्यक है। यदि इन नियमों को नजरअंदाज किया गया, तो आपको अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है।
डिजिटल बैंकिंग के बावजूद नकद निकासी जारी
हालांकि डिजिटल बैंकिंग के बढ़ते उपयोग से नकद लेनदेन में कमी आई है, फिर भी कई लोग एटीएम का इस्तेमाल कर नकद राशि निकालते हैं। खासकर वे ग्राहक जो बार-बार छोटे अमाउंट निकालते हैं, उन्हें अब अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
नए नियमों के अनुसार लेनदेन शुल्क
आरबीआई द्वारा लागू नए दिशानिर्देशों के तहत बैंक ग्राहक यदि तय सीमा से अधिक एटीएम लेनदेन करते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
निशुल्क एटीएम लेनदेन की सीमा
आरबीआई के नियमों के अनुसार, बैंक ग्राहक प्रति माह 5 बार एटीएम से निशुल्क नकद निकासी कर सकते हैं। यदि इस सीमा से अधिक बार लेनदेन किया जाता है, तो अतिरिक्त शुल्क देना अनिवार्य होगा।
बढ़ा हुआ लेनदेन शुल्क
- एटीएम से मुफ्त लेनदेन की सीमा पार करने पर शुल्क ₹21 से बढ़ाकर ₹22 कर दिया गया है।
- यदि ग्राहक किसी अन्य बैंक के एटीएम से नकदी निकालते हैं, तो एटीएम इंटरचेंज शुल्क भी लागू होगा। यह शुल्क पहले ₹17 था, जिसे बढ़ाकर ₹19 कर दिया गया है।
अतिरिक्त शुल्क से बचने के उपाय
- एटीएम लेनदेन से पहले निशुल्क लेनदेन की सीमा पर ध्यान दें।
- बार-बार छोटे अमाउंट निकालने की बजाय जरूरत के हिसाब से एक बार में पर्याप्त राशि निकालें।
- अतिरिक्त शुल्क से बचने के लिए अपने बैंक के एटीएम का उपयोग प्राथमिकता दें।
नए नियमों को समझकर और सावधानी बरतकर आप अनावश्यक शुल्क से बच सकते हैं।
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