
Jalgaon train accident: महाराष्ट्र के जलगांव जिले के परांडा स्टेशन के पास एक भीषण ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें 8 यात्रियों की जान चली गई। यह हादसा पुष्पक एक्सप्रेस और कर्नाटक एक्सप्रेस ट्रेनों के बीच घटित हुआ। दुर्घटना की वजह झूठी अफवाह और यात्रियों का डर बन गया।
घटना का पूरा विवरण
झूठी अफवाह और घबराहट:
- पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के बीच अफवाह फैल गई कि ट्रेन में आग लग गई है।
- इस अफवाह पर विश्वास कर कई यात्री घबरा गए और चेन खींचकर ट्रेन को रोक दिया।
- अफरा-तफरी के बीच करीब 30-40 यात्री अपनी बोगियों से नीचे कूद पड़े।
दूसरी ट्रेन से टकराव:
- जिस समय यात्री पुष्पक एक्सप्रेस से नीचे कूदे, उसी वक्त कर्नाटक एक्सप्रेस दूसरी पटरी पर तेज रफ्तार से आ रही थी।
- यात्रियों में से 8 लोगों को कर्नाटक एक्सप्रेस ने कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
ट्रेन में आग लगने की अफवाह कैसे फैली?
- जिस इलाके में पुष्पक एक्सप्रेस चल रही थी, वहां ट्रैक का काम चल रहा था।
- ट्रैक के काम के कारण ट्रेन को धीमा किया गया और ब्रेक लगाने पर पहियों से चिंगारियां निकलने लगीं।
- इसी दौरान यह झूठी अफवाह फैल गई कि ट्रेन में आग लग गई है।
हादसे के बाद की स्थिति
- घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
- राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया।
- रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और अफवाह फैलने के कारणों की भी पड़ताल की जा रही है।
पुलिस और रेलवे की सलाह
- रेलवे और पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और सतर्क रहें।
- किसी आपात स्थिति में यात्रियों को ट्रेन में सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है, बजाय इसके कि वे बिना जानकारी के ट्रेन से नीचे कूदें।
ऐसे हादसों से कैसे बचा जा सकता है?
जागरूकता बढ़ाना:
- यात्रियों को किसी भी आपात स्थिति में शांत रहने और रेलवे अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना।
सुरक्षा प्रणाली में सुधार:
- रेलवे को ट्रेन में आपातकालीन घोषणाओं के लिए बेहतर सिस्टम लागू करना चाहिए, ताकि गलतफहमियां न फैले।
ट्रैक पर चल रहे कार्य की सुरक्षा:
- ट्रैक पर काम के दौरान सुरक्षा संकेतों और संचार को और मजबूत करना।